जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने मंगल ग्रह पर एक हैरान कर देने वाला विशालकाय स्ट्रक्चर ढूंढ निकाला है। यह संरचना मंगल गृह के ज्वालामुखी वाले क्षेत्र थारसिस मोंटेस के नीचे दबी हुई है। ये इतनी बड़ी हैं कि कई किलोमीटर तक फैली हुई हैं। इन ज्वालामुखियों के फटने से इस ग्रह पर धमाके पर धमाके होंगे। साथ ही भयानक तूफान भी आएगा। मंगल ग्रह हमेशा से वैज्ञानिकों के लिए आर्कषण का केंद्र रहा रहा है। इस ग्रह पर जीवन की खोज के लिए कई मिशन चलाए गए हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा भी यहां बड़ा मिशन चला रही है। अब इसी मिशन ने मंगल ग्रह का बड़ा राज खोला है। हाल ही में छपी एक रिसर्च में हैरान कर देने वाली संरचना खोजी गई है। ये वही क्षेत्र जो वैज्ञानिकों के लिए पहले से ही काफी दिलचस्पी भरा रहा है। इसकी खास वजह यह भी है कि यहां पर सौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी ओलंपस मॉन्स मौजूद है। इसके अलावा 3 अन्य ज्वालामुखी भी हैं। जिनके नाम आर्सिया मॉन्स, पावोनिस मॉन्स और ऐस्क्रायस मॉन्स हैं। ये तीनों ज्वालामुखी भी बहुत बड़े हैं। वैज्ञानिकों को आशंका है कि वर्तमान में निष्क्रिय ज्वालामुखी जल्द ही सक्रिए होने वाले हैं। नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार अगर ऐसा हुआ तो यहा भारी विस्फोट होगा। रिसर्च में सामने आया है कि ज्वालामुखी संरचनाओं का आकार लगभग 1750 किलोमीटर है। दिलचस्प बात यह भी है कि यह सतह से तकरीबन 1100 किलोमीटर नीचे मौजूद हैं। यहां का द्रव्यमान हल्का है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह मंगल की मेंटल से ऊपर की तरफ उठ रहा है। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि मंगल ग्रह के अंदर अभी भी भूवैज्ञानिक गतिविधियां जारी हैं। भविष्य में सतह पर नए ज्वालामुखी भी बन सकते हैं। जर्नल में छपने वाली इस रिसर्च का नेतृत्व नीदरलैंड की डेल्फ्ट यूनिवर्सिटी आफ टेक्नोलॉजी के डॉक्टर बार्ट रूट ने किया। रिसर्च में वैज्ञानिकों ने दावा कि ये जो संरचना मिली है वह एक मेंटल प्ल्यूम है। जो थारसिस मोंटेस के नीचे से ऊपर की तरफ बढ़ रही है। अगर यह सतह तक पहुंचती है, तो यह पुराने ज्वालामुखियों को फिर से एक्टिव कर सकती है। थारसिस मोंटेस की ऊंचाई मंगल की बाकी सतह से ज्यादा है। जो यह दर्शाता है कि नीचे से कोई ताकत इसे ऊपर की ओर धकेल रही है। वैज्ञानिकों को मंगल के उत्तरी ध्रुवीय क्षेत्र में भी गुरुत्वाकर्षण में कुछ अजीब बदलाव देखे गए हैं। वहां मोटी और चिकनी परत के नीचे घने ढांचे मिले हैं। जो शायद प्राचीन काल में मंगल ग्रह रहे समुद्र के ऊपर हैं। वैज्ञानिकों ने यहां 20 से ज्यादा अनोखी संरचनाएं की भी पहचान की है। नासा का कहना है कि इन संरचनाओं को बेहतर समझने के लिए माक्यूलिस नाम का नया मिशन भेजा जाएगा।
वैज्ञानिकों ने मंगल ग्रह पर खोजा, हैरान कर देने वाला विशालकाय स्ट्रक्चर
19-May-2025