नई दिल्ली। ब्रह्मांड में रहस्यों के साथ कई छिपे हुए विनाशकारी खतरे भी मौजूद हैं। इन्हीं में से एक है एस्टेरॉयड। जो अगर धरती से टकरा जाए तो विनाश निश्चित है। ऐसा ही एक विशालकाय एस्टेरॉयड तेजी से धरती की ओर बढ़ रहा है। कुतुब मिनार से भी लगभग 9 गुना बड़े इस एस्टेरॉयड को लेकर वैज्ञानिकों ने चेतावनी जारी की है।
एस्टेरॉयड का नाम वीओ-5
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी ने एक खतरनाक एस्टेरॉयड का पता लगाया है। इस एस्टेरॉयड का नाम वीओ-5 है। अब तक के सबसे बड़े क्षुद्रग्रहों में से एक इस एस्टेरॉयड का व्यास 660 मीटर है। यह 51 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की ओर तेजी से बढ़ रहा है। इसके 11 जुलाई को धरती के करीब से गुजरने की संभावना है। नासा के वैज्ञानिक ने इस पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं।
60 लाख किमी की दूरी से गुजरेगा
वैज्ञानिकों के अनुसार, वीओ-5 के धरती से लगभग 60 लाख किलोमीटर की दूरी से गुजरने की संभावना है। सुनने में यह दूरी आपको जरूर बहुत अधिक लग रही होगी, लेकिन विज्ञान और खगोलीय नजरिए से यह बहुत ही कम मानी जाती है। ऐसा पहली बार नहीं है जब यह एस्टेरॉयड धरती के करीब आया हो। इससे पहले यह 1988 में भी धरती के करीब से गुजर चुका है। इस बार धरती के बगल से गुजरने के बाद इसके 2062 से पहले पृथ्वी के नजदीक आने की उम्मीद नहीं है।
धरती पर इसका कोई असर नहीं
वीओ-5 नाम का यह एस्टेरॉयड फिलहाल धरती से काफी दूरी से निकलेगा। इसलिए धरती पर इसका कोई खास असर पड़ने की उम्मीद नहीं है। फिर भी वैज्ञानिकों ने लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है। कहीं भूल से भी इतना बड़ा एस्टेरॉयड धरती से टकरा गया तो बड़े पैमाने पर तबाही आ सकती है। जिसकी कल्पना करना भी मुश्किल होगा। इस एस्टेरॉयड की दिशा और गति पर वैज्ञानिक बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। क्योंकि एक छोटी-सी चूक भी भारी तबाही का कारण बन सकती है।
नासा के वैज्ञानिक रख रहे नजर
एस्टेरॉयड का धरती के पास से गुजरना खतरे की बात तो है ही, लेकिन यह वैज्ञानिकों के लिए एक मौका भी है। ऐसी दुर्लभ घटनाएं वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को महत्वपूर्ण डाटा और जानकारियां दे सकती हैं। इससे खगोलीय पिंड और उनकी गतिविधियों को अच्छे से समझने का मौका मिलता है। नासा के वैज्ञानिक धरती के नजदीक से गुजरने वाले किसी भी खतरे पर लगातार नजर रखते हैं। जिसमें नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। करोड़ों साल पहले विशाल एस्टेरॉयड के टकराने से ही डायनासोर का अंत हुआ था।