दुनिया के टॉप-10 नौसेनाओं की लिस्ट जारी, भारत की दमदार मौजूदगी

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। वर्ल्ड डाइरेक्टरी आफ मॉडर्न मिलिट्री वॉरशिप 2025 ने चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में दुनिया की 10 सबसे मजबूत नौसेनाओं की सूची जारी की गई है। इस लिस्ट में जहां चीन अमेरिका से  आगे निकल गया है। वहीं भारत को टॉप-5 में जगह न मिलना हैरान करने वाली बात है। 
मजबूत सेना हर देश के लिए अनिवार्य


आधुनिक समय में किसी भी देश की ताकत का आकलन सिर्फ उसकी अर्थव्यवस्था या कूटनीति से नहीं मापी जाती है। असली ताकत उसकी सैन्य क्षमता में होती है। एक मजबूत सेना सिर्फ अपने देश की सीमाओं की रक्षा नहीं करती, बल्कि वैश्विक राजनीति में भी उसकी आवाज बुलंद करती है। कुछ देश ऐसे हैं, जिन्होंने इतिहास से सीखते हुए लगातार अपनी सैन्य शक्ति को मजबूत किया है। भारत ने भी 2014 के बाद रक्षा क्षेत्र में तेजी से काम किया है। वर्ल्ड डाइरेक्टरी आॅफ मॉडर्न मिलिट्री वॉरशिप 2025 की रिपोर्ट ने हैरान करने वाली जानकारी दी है। रिपोर्ट में दुनिया की 10 सबसे मजबूत नौसेनाओं की सूची जारी की गई है। इस लिस्ट में जहां अमेरिका तकनीक के मामले में शीर्ष पर है। वहीं चीन संख्या में सबसे आगे है। भारत ने भी इस लिस्ट में दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है। आइये जानते हैं, इस समय दुनिया की 10 सबसे ताकतवर सेनाएं कौन सी हैं और उनकी खासियत क्या है।
चीन की नौसेना को पहला स्थान


पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी यानी पीएलएएन जिसे चीनी नौसेना के नाम से भी जाना जाता है, बेड़े के आकार के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना है। यह संख्या बल के मामले में अमेरिकी नौसेना से भी आगे है। यह पांच उप-शाखाओं से बना है, जिसमें कुल 384,000 नौसैनिक कर्मी काम करते हैं। चीन भले ही संख्या में आगे है लेकिन युद्ध के अनुभव और समग्र क्षमताओं के मामले में इस पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। चीन के पास इस समय 405 सक्रिय युद्धपोत हैं। इनमें 3 एयरक्राफ्ट कैरियर,73 सबमरीन और 47 डेस्ट्रॉयर है। 
अमेरिका को मिला दूसरा स्थान


तकनीक के हिसाब से अमेरिकी नौसेना दुनिया की सबसे शक्तिशाली नौसेना है। संख्या के मामले में यह चीन के बाद दूसरे स्थान पर है। अमेरिका के पास एयरक्राफ्ट कैरियर, युद्धपोतों, परमाणु पनडुब्बियों और विमानों का एक शक्तिशाली बेड़ा है। अमेरिकी नौसेना के पास दुनिया के हर कोने में सैन्य अड्डे हैं। जो इसकी रसद क्षमताओं को प्रदर्शित करता है। अमेरिका के पास 11 एयरक्राफ्ट कैरियर हैं। ये सभी परमाणु ऊर्जा से संचालित होते हैं। इस देश के पास कुल 232 युद्धपोत 68 सबमरीन और 76 डेस्ट्रॉयर है। 
रूस को लिस्ट में तीसरा स्थान 


रूस को लिस्ट में तीसरा स्थान मिला है। बता दें कि रूसी नौसेना की मजबूती उसकी गहराई में छिपी है। इसके पास 283 युद्धपोत हैं। 58 सबमरीन और 1 एयरक्राफ्ट कैरियर है। इंडोनेशिया को तटीय सुरक्षा में चौथा स्थान मिला है। इंडोनेशिया के पास 245 युद्धपोत हैं। इसमें 168 कोस्टल पेट्रोल वेसल ,25 कोरवेट और 4 सबमरीन है। इसी तरह दक्षिण कोरिया को पांचवा स्थान मिला है। इस देश के पास 147 युद्धपोत, 21 सबमरीन,13 डेस्ट्रॉयर हैं। स्वीडन की स्वीडिश नौसेना को रॉयल स्वीडिश नौसेना के रूप में भी जाना जाता है। 
भारत को सूची में छठा स्थान


भारत के पास दक्षिण एशिया में सबसे शक्तिशाली नौसेना है। भारतीय नौसेना संख्या बल के हिसाब से दुनिया में छठे स्थान पर है। भारतीय नौसेना संख्याबल के मामले में जरूर पीछे है, लेकिन फायरपावर के मामले में अपने से बड़ी संख्या वाली कई नौसेनाओं से आगे है। भारत के पास 100 से अधिक सक्रिय युद्धपोतों का एक संतुलित बेड़ा है। भारत के पास 2 एयरक्राफ्ट कैरियर है। साथ ही 13 डेस्ट्रॉयर,14 फ्रिगेट,18 कोरवेट शामिल हैं। इसके अलावा 19 सबमरीन है। स्वीडिश नौसेना दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी नौसेना है। यह अपेक्षाकृत छोटी लेकिन अत्यधिक सक्षम नौसेना भी है, जिसे विशेष रूप से बाल्टिक सागर में आपरेशन में अपनी विशेषज्ञता और अपने विशेष जहाजों के लिए जाना जाता है। जिसमें पनडुब्बियां, कोरवेट, माइन काउंटरमेजर जहाज और गश्ती नौकाएं शामिल हैं। 
फ्रांस को आठवां, ब्रिटेन को नौवां स्थान


फ्रांस को आठवां स्थान मिला है। फ्रांस के पास परमाणु चालित विमानवाहक पोत चार्ल्स डी गॉल। इस देश के पास कुल 70 युद्धपोत है। इसमें 8 सबमरीन, 21 डेस्ट्रॉयर,17 माइन वॉरफेयर पोत शामिल है। नौवां स्थाान ब्रिटेन को मिला है। ब्रिटिश रॉयल नेवी के पास दो विमानवाहक पोत: है। साथ ही 9 सबमरीन,6 डेस्ट्रॉयर,8 फ्रिगेट और 7 माइन वॉरफेयर पोत है। सूची में तुर्किए को 10 स्थान मिला है। इस देश के पास 13 युद्धपोत, 3 सबमरीन,17 फ्रिगेट और 34 ओपीवी है।