जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। पाकिस्तान और उसके भाड़े के आतंकियों का खेल अब तमाम होने वाला है। इसके लिए तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। अब सेनाओं को आदेश का इंतजार है। अनमुान जताया जा रहा है कि इस बार भारत स्मार्ट तरीके से हमला करेगा। इससे पाकिस्तानी रक्षा तंत्र भौचक्का रह जाएगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि दुनिया में कोई बड़ा युद्ध नहीं छिड़ेगा। भारत इजरायल की तर्ज पर पाकिस्तान पर हमला करेगा। उसके परमाणु हथियार धरे के धरे रह जाएंगे। भारत इसके लिए खास रणनीति अपना सकता है। बता दें कि कश्मीर के पहलगाम में जघन्य आतंकी हमले के बाद भारत-पाक के बीच तनाव चरम पर है। हमले का आरोप पाकिस्तान सेना समर्थित आतंकी समूहों पर है। भारत इस बार पुराने तरीकों यानी जैसे 2016 का उरी हमला या 2019 का बालाकोट हवाई हमला से हटकर जवाब दे सकता है। भारत ने पहले तो सिंधु जल संधि को निलंबित कर कूटनीतिक कदम उठाया। अब स्मार्ट सैन्य कदम उठाने की चर्चाएं हैं। जिससे आतंकियों को सजा भी दी जा सके, लेकिन दोनों देशों के बीच पूर्ण युद्ध की नौबत भी न आए। इनमें पहला तरीका है कि इंडियन नेवी का पश्चिमी बेड़ा अंधेरे की आड़ में प्रचंड आक्रमण शुरू करता है। अरब सागर में भारतीय नौसेना का गाइडेड-मिसाइल डिस्ट्रॉयर कराची के पास पाकिस्तान के तट पर मौजूद आतंकी ट्रेनिंग सेंटर पर ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों की बौछार कर सकता है। यह पहला मौका होगा जब भारत पाकिस्तानी की धरती पर नेवी से अटैक करेगा। पाकिस्तानी रक्षा तंत्र भौचक्का रह जाएगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि सटीक मिसाइलें न्यूनतम अतिरिक्त नुकसान के साथ लक्ष्य को नष्ट कर देती हैं। वहीं पाकिस्तान जब प्रतिक्रिया देगा तो उसकी पूरी तरह तैयारी है। इजरायल की तरह भारत का एमआरएसएएम डिफेंस सिस्टम पाकिस्तान की मिसाइलों को मार गिराने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह दुश्मन के एयरक्राफ्ट और गाइडेड हथियार से अपने इलाके की और फोर्स की रक्षा करने में पूरी तरह से सक्ष्म है। यह सिस्टम डेडिकेटेड रडार के सपोर्ट से अकेले फायरिंग यूनिट की तरह आपरेट कर सकता है। खतरा चाहे ट्रेडिशनल हो या फिर एडवांसड यह सिस्टम बहुत जल्दी से रिएक्ट कर दुशमन के खतरे को नष्ट कर सकता है। यह सिस्टम एक ही वक्त में दुश्मन के अलग अलग 16 टारगेट पर 24 मिसाइल दाग सकता है। यह एक सुपरसोनिक मिसाइल हैं और इसमें एक ऐसा सीकर से लैस है यानी दुश्मन को ढूंढकर उसे नष्ट कर देता है। इसकी रेंज 70 किलोमीटर तक है लेकिन यह दुश्मन के एयरक्राफ्ट को 110 किलोमीटर तक भी निशाना बना सकती है। भारत पाकिस्तान के खिलाफ साइबर वार शुरू कर सकता है। स्पेस टेक्नॉलजी से जैमिंग शुरू कर सकता है। इससे भारतीय मैलवेयर पाकिस्तान के बिजली ग्रिड के कुछ हिस्सों को ठप कर देगा। साथ ही रेलवे सिग्नलिंग को बाधित कर देगा। जिससे रावलपिंडी में ब्लैकआउट हो जाएगा और कई घंटों तक संचार व्यवस्था ठप हो जाएगी। वहीं पाकिस्तान में इतना दम नहीं है कि भारत के इस अटैक का जवाब दे पाएगा। पाकिस्तान समर्थित हैकर्स बस इतना कर सकते हैं कि वे भारतीय सरकारी वेबसाइटों को खराब करते हैं और भारतीय सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। बिना बड़ा युद्ध छेड़े भारत पाकिस्तान पर ड्रोन्स के झुंड के साथ मल्टी टारगेट हमला शुरू कर सकता है। सीमाओं से इतर भारतीय सेना पंजाब के एक हवाई अड्डे से एआई नियंत्रित ड्रोन स्वार्म तैनात कर सकती है। जिसमें दर्जनों मानवरहित युद्धक हवाई वाहन सीमा पार भेजे जाते हैं। यह कई समूहों में बंटकर पाकिस्तानी पंजाब और पीआके में आतंकी शिविरों और अग्रिम रसद केंद्रों पर हमला कर सकता है। बता दें कि कुछ ड्रोन आत्मघाती हमले करते हैं जिससे आतंकी ठिकानों और गोला-बारूद डिपो नष्ट हो जाएंगे। अन्य रियल टाइम निगरानी के लिए आसपास मंडराते रहते हैं। स्वार्म के आनबोर्ड इलेक्ट्रॉनिक युद्ध सिस्टम पाकिस्तानी संचार और रडार को जैम करते हैं। जिससे अफरातफरी मच जाएगी। कई दुश्मन ठिकाने आग की लपटों में घिर जाएंगे। भारतीय थिंक-टैंक विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की है कि ऐसे झुंड दुश्मन नेटवर्क को प्रभावी ढंग से बाधित कर सकते हैं। साथ ही सैनिकों के लिए जोखिम को कम कर सकते हैं। बता दें कि ये भविष्यवाणियां अब तक के युद्धक्षेत्र में सही साबित हो चुकी हैं।
पाकिस्तान और उसके भाड़े के आतंकियों का खेल होगा तमाम
26-Apr-2025