जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया की जीत के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल है। पीएम मोदी से लेकर कई नेताओं ने टीम इंडिया को बधाई। वहीं मध्यप्रदेश के महू में जीत के बाद निकले जुलूस में बवाल हो गया। महू में इस कदर हिंसा भड़की की प्रशासन भी हैरान रह गया। सैकड़ों लोगों ने दुकानों और वाहनों में आग लगा दी। कई जगह पेट्रोल बम भी फेंके गए। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के खिताबी मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के बाद मध्य प्रदेश में इंदौर जिले के महू में दो पक्षों में बवाल हो गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि जीत का जश्न मनाने के लिए रैली निकाल रहे लोगों के एक समूह पर दूसरे पक्ष के लोगों ने पथराव कर दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इसके बाद भी जब हालात नहीं सुधरे तो सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला। लोग घरों में दुबके हैं और कई क्षेत्रों में अभी भी दहशत है। महू में चप्पे चप्पे पर पुलिस है और आर्मी ने हर मूवमेंट पर नजर रखी हुई है। बताया जा रहा है कि उपद्रव की शुरुआत जामा मस्जिद से हुई जब भारत की जीत का जश्न मनाने निकले युवाओं पर पथराव हुआ। पुलिस उप महानिरीक्षक निमिष अग्रवाल का कहना है कि, ‘चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत की खिताबी जीत के जश्न में महू में रैली निकाली जा रही थी। इस दौरान कुछ लोगों में कहासुनी हुई। जिसके बाद विवाद बढ़ गया और दो पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया। हिंसा में पांच से छह लोगों के घायल होने की सूचना है। उपद्रव में गाड़ियों में आग लगा दी गई थी। मंदिर में पथराव करते हुए वीडियो भी सामने आया था। विधायक उषा ठाकुर का कहना है कि 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी आरोपियों की पहचान की जा रही है। हिंसा फैलाने वाले हर शख्स को गिरफ्तार किया जाएगा। उषा ठाकुर ने कहा कि जिन क्षेत्रों में लोगों के घर दुकान जलाए वहां तो कोई रैली नहीं निकली थी। लोग सो रहे थे और योजनाबद्ध तरीके से हमला किया गया। सोचने वाली बात है कि चंद मिनट में कैसे पूरा महू जल उठा। यह सब पहले की प्लानिंग थी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। लोगों का कहना है कि भारत की जीत के बाद करीब 100 से ज्यादा लोग 40 से अधिक बाइक पर सवार होकर जुलूस निकाल रहे थे। इस दौरान लोग धार्मिक नारे लगा रहे थे। दावा किया जा रहा है कि जब यह जुलूस जामा मस्जिद के पास पहुंचा तो वहां धार्मिक नारे लगाने और आतिशबाजी को लेकर विवाद शुरू हो गया। पीछे चल रहे पांच-छह लोगों को दूसरे पक्ष के कुछ लोगों ने रोक लिया और मारपीट शुरू कर दी। इस झगड़े की खबर जैसे ही आगे चल रहे लोगों को लगी, उन्होंने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इसके बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने भी जवाबी पत्थरबाजी की। देखते ही देखते विवाद बढ़ गया। बाइक सवार कुछ लोग पत्ती बाजार, कुछ कोतवाली और बाकी अन्य क्षेत्रों में चले गए। इसी बीच गुस्साए लोगों ने पत्ती बाजार क्षेत्र में भी पथराव शुरू कर दिया। यहां घरों और दुकानों के बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। कई घरो को आग के हवाले कर दिया गया। बवाल बढ़ने पर आसपास के चार थानों के पुलिस बल को महू बुलाया गया। स्थिति पर काबू पाने के लिए करीब 300 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। कलेक्टर आशीष सिंह और डीआईजी निमिष अग्रवाल ने पैदल घूमकर स्थिति का जायजा लिया। जब हालात बिगड़ते रहे तो आर्मी को बुलाना पड़ा। आर्मी की 8 जवानों की टुकड़ी क्विक रिस्पॉन्स टीम यानी क्यूआरटी को बुलाया गया। उपद्रव करने वाले आरोपियों के सीसीटीवी फुटेज पुलिस तलाश रही है।
मध्यप्रदेश के महू में जीत के बाद निकले जुलूस में बवाल
10-Mar-2025