मेरठ जैसी ओरैया की कहानी

यूपी के औरैया से मेरठ के सौरभ हत्याकांड जैसा सनसनीखेज मामला सामने आया है। शादी के 15 दिन बाद ही पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करा दी। मैनपुरी के भोगांव निवासी कारोबारी दिलीप कुमार की पत्नी प्रगति और उसके प्रेमी अनुराग ने इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम दे डाला। 

5 मार्च को मैनपुरी निवासी कारोबारी दिलीप कुमार (24) की शादी फफूंद निवासी प्रगति से हुई थी। शादी के 15 दिन बाद 19 मार्च को दिलीप को गोली मारी गई थी। दो दिन बाद उसकी मौत हो गई थी। जांच में जुटी पुलिस ने 24 मार्च को सनसनीखेज खुलासा किया। हत्याकांड की साजिश पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर रची। प्रगति को मुंह दिखाई में मिले रुपयों से भाड़े के शूटरों को सुपारी दी गई। पुलिस ने हत्यारोपी पत्नी, उसके प्रेमी अनुराग व एक शूटर को धर दबोचा। पूछताछ में प्रगति ने बताया कि प्रेम प्रसंग की जानकारी होने पर परिजन ने उसकी शादी बड़ी बहन के देवर दिलीप से करा दी थी।  इस शादी से वह नाखुश थी। इसलिए उसने प्रेमी के साथ पति को रास्ते से हटाने की ठानी। उसने दो लाख रुपये में भाड़े के शूटर बुक किए थे। बताया कि शादी में मुंह दिखाई व अन्य रस्मों के दौरान उसे मिले एक लाख रुपये उसने शूटरों को एडवांस में दे दिए।  प्रगति, अनुराग और शूटरों के बीच व्हाट्सएप कॉल पर बात होती थी। प्रगति ने दिलीप की लोकेशन पूछकर प्रेमी को बताई। इसके बाद प्रेमी ने शूटरों को यह जानकारी दी। पीछा करने के दौरान अनुराग पुलिस के लगाए गए कैमरे में कैद हो गया। वहीं ढाबा के पास ठहरे दिलीप को नहर में गिरी कार को निकलवाने के बहाने साथ ले जाने के दौरान शूटर सीसीटीवी कैमरे में आ गए। कैमरों से मिली फुटेज से गुत्थी सुलझी। पकड़े गए आरोपियों को जेल भेजा गया है। 

पति की संपत्ति पर करना चाहती थी मौज
शातिर दिमाग प्रगति का प्रेमी अनुराग बेरोजगार था। वह प्रेमी के साथ ही रहना चाहती थी। घरवाले राजी नहीं थे। ऐसे में प्रेमी के साथ जीवन बिताने में परेशानी न हो, इसके लिए प्रगति ने रसूखदार लड़के हाइड्रा चालक दिलीप से शादी की। उसका इरादा था कि पति की हत्या कर उसकी संपत्ति लेकर प्रेमी के साथ खुशी से जिंदगी बिताएगी। वह सोच रही थी कि शादी के कुछ ही दिन बाद जब वह विधवा हो जाएगी तो दूसरी शादी अपने प्रेमी से कर लेगी। विधवा होने के नाते परिजन भी इसमें सहयोग करेंगे, लेकिन सुपारी की रकम के लेनदेन को लेकर पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। दोनों के एक होने से पहले ही पुलिस ने उनकी घिनौनी हरकत से पर्दा उठा दिया। बता दें कि फफूंद के हजियापुर निवासी प्रगति के संबंध करीब चार साल पहले गांव के अनुराग यादव से हो गए थे। बताया जा रहा है कि प्रगति अनुराग को पागलपन की हद तक प्यार करती थी। अनुराग के लिए वह कई बार अपने हाथ की कलाई तक काट चुकी है। दोनों के संबंधों के बारे में जब प्रगति के घरवालों को पता चला तो परिजनों ने उसकी शादी अपनी बड़ी बेटी के देवर दिलीप से तय कर दी। 
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लोकनाथ सिंह हत्याकांड की कहानी
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक 37 वर्षीय रियल एस्टेट एजेंट की उसकी ही पत्नी ने हत्या कर दी। दो आरोपियों हुए हैं। मुख्य आरोपी मृतक की पत्नी और सह आरोपी उसकी सास है। जानकारी के मुताबिक, बीजीएस लेआउट में एक निमार्णाधीन इमारत के पास रियल एस्टेट एजेंट लोकनाथ सिंह का शव मिला था। बता दें कि यशस्विनी ने कुछ महीने पहले अपने माता-पिता की मर्जी के खिलाफ लोकनाथ से शादी की थी। बताया जाता है कि शादी के बाद यशस्विनी जब ससुराल पहुंची तो उसे पता चला कि उसके पति के दूसरी महिलाओं के साथ भी संबंध हैं। इस बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा होने लगा। पति को उसने कई बार समझाया, लेकिन जब वो नहीं माना, तो वो अपने माता-पिता के घर वापस चली गई। इसके बाद उसके पति ने घर वापस लौटने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। इसे लेकर वो यशस्विनी के माता-पिता के साथ झगड़ा करता और उनको परेशान करता था। उसने अपनी पत्नी को धमकी भी दी कि यदि वो वापस नहीं लौटी, तो उसकी मां को अपने साथ घर ले जाएगा। ये बात उसके ससुराल वालों को बहुत नागवार गुजरी। इसके बाद यशस्विनी और उसकी मां हेमा ने लोकनाथ सिंह की हत्या की साजिश रची।