जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। ईरान और इजराइल के बीच जारी युद्ध ने अब भयानक मोड़ ले लिया है। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने आज जंग का ऐलान कर दिया। उसके बाद ईरान ने इजराइल पर हाइपरसोनिक मिसाइल दागीं। वहीं इजरायल ने भी जवाब में 50 फाइटर जेट से भीषण हमला किया। अब अमेरिकी फाइटर जेट्स भी रवाना हो गए हैं।
ईरान ने इजरायल पर दागी दो बैलिस्टिक
आज सुबह ईरान ने इजरायल पर दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागी। इसके बाद ईरान ने सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने आधिकारिक तौर पर इजरायल के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया। ईरानी सुप्रीम लीडर ने कहा कि युद्ध शुरू हो चुका है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि ईरान की सेना इजरायलियों के प्रति कोई दया नहीं दिखाएगी। ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स ने दावा किया है कि इस हमले में हाइपरसोनिक मिसाइलों फतह-1 का इस्तेमाल किया। जिसकी स्पीड मैक 13 तक जा सकती है। ईरान की यह मिसाइल इजराइल के आयरन डोम को नाकाम करने में सक्षम मानी जाती है। फिलहाल हमारे पास इस बात की जानकारी नहीं है कि इस मिसाइल का क्या असर रहा। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इजरायल ने इस मिसाइल को नाकाम कर दिया। वहीं ईरान ने हाइपरसोनिक मिसाइल दागकर अपने इरादे साफ कर दिए हैं कि अब उसका इजरायल में विनाशक तबाही मचाने का इरादा है। इसके अलावा भी ईरान ने इजरायल पर 25 अन्य मिसाइलें दागी
20 से ज्यादा मिसाइलें गिराने का दावा
ईरानी हमले के बाद इजरायल ने सायरन बजाने शुरू किए हैं। साथ ही 20 से ज्यादा मिसाइलें गिराने का दावा किया। इसके 40 मिनट बाद फिर से ईरान ने रॉकेट्स की बौछार शुरू कर दी। जिसे देखते हुए सेन्ट्रल इजरायल और वेस्ट बैंक की बस्तियों में अलर्ट जारी किया गया। इजरायल की सेना ने भी 50 फाइटर जेट की मदद से ईरान पर बड़ा हमला बोला है। खुफिया जानकारी के आधार पर इजरायली वायुसेना ने रातभर हमले करके 20 ठिकानों को तबाह कर दिया। इसमें परमाणु केंद्र और तेहरान में मिसाइलों को बनाने का केंद्र शामिल है। इसके अलावा हमले के दौरान ईरान के कई हथियार निर्माण स्थलों को भी निशाना बनाया गया है। इसमें कच्चा माल और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के उपकरण शामिल हैं। इन्हीं मिसाइलों का इस्तेमाल ईरान इजरायल के खिलाफ हमले के लिए कर रहा है। इजरायल ने बताया कि कई साल की खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के बाद ये हमले किए जा रहे हैं। इजरायल के रक्षा मंत्री ने कहा कि ईरान सरकार के प्रतीकों पर बम बरसाए जा रहे हैं। इसी तरह से तानाशाहों का अंत होता है।
अमेरिका ने पश्चिम एशिया में भेजे युद्धक विमान
दूसरी ओर अमेरिका ने पश्चिम एशिया में युद्धक विमान भेजने शुरू कर दिए हैं। ट्रंप ने अयातुल्ला अली खामेनेई को चेतावनी दी कि वह जानते है कि ईरान के सर्वोच्च नेता कहां छिपे हैं। ट्रंप ने एक पोस्ट में ईरान से बिना शर्त आत्मसमर्पण करने का आह्वान किया। ट्रंप ने कहा कि खामेनेई को मारने की उनकी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि ईरान के हवाई क्षेत्र पर हमारा कब्जा हो चुका है। अगर वे अपनी बर्बादी नहीं चाहते तो सम्मान पूर्वक आत्मसर्पण कर दें। ट्रंप की धमकी से साफ हो गया है कि अब युद्ध में अमेरिका सीधे उतर चुका है।
ईरान में एक और मुसीबत
इजरायल के हमलों ने ईरान में एक और मुसीबत पैदा कर दी है। बता दें कि इजरायल नतांज और इस्फहान जैसे परमाणु ठिकानों को बार-बार निशाना बना रहा है। इससे ईरान का परमाणु कार्यक्रम सालों पीछे चला गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि नतांज की मरम्मत में हफ्तों से ज्यादा समय लगेगा। नतांज पर हमलों से रेडियोलॉजिकल और रासायनिक रिसाव हुआ है। बाहर का रेडिएशन स्तर भले ही सामान्य बताया जा रहा है, लेकिन अगर इसी तरह यूरेनियम भंडार निशाना बनते रहे तो यह एक डर्टी बम जैसा प्रभाव पैदा कर सकता है। जिससे ईरान की जनता और पर्यावरण को भारी नुकसान हो सकता है।