भारत और पाकिस्तान में कौन किस पर भारी?

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर हमले की चर्चाएं हैं। केंद्र सरकार के साथ-साथ सेनाएं और सुरक्षा एजेंसियां एक्शन में है। पाकिस्तान पर सरकार ने कई प्रतिबंध लगाए हैं। वहीं नौसेना की तरफ से अरब सागर में आईएनएस सूरत पर मिसाइल का परीक्षण किया गया है। दूसरी ओर अगर दोनों देशों में युद्ध हुआ तो यह जान लेना जरूरी है कि कौन किस पर भारी पड़ेगा? भारतीय नौसेना के नवीनतम स्वदेशी निर्देशित मिसाइल विध्वंसक आईएनएस सूरत ने समुद्र में लक्ष्य की सटीकता से सफल परीक्षण किया है। ये मिसाइल परीक्षण हमारी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में एक और मील का पत्थर साबित हुआ है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद आईएनएस सूरत पर किया गया परीक्षण दुश्मन देशों के लिए किसी चेतावनी से कम नहीं है।  बता दें कि आईएनएस सूरत एक गाइडेड मिसाइल विध्वंसक है। जिसे नौसेना के वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है। इसे मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स ने तैयार किया है। इसे इस साल जनवरी में नौसेना में शामिल किया गया था। दूसरी ओर देशभर में पाकिस्तान से बदले की मांग उठ रही है। जनता की मांग पर अगर सरकार पाकिस्तान पर हमले का फैसला करती है तो पाकिस्तान किसी भी क्षेत्र में भारत के सामने नहीं टिक पाएगा। आजादी के बाद से पाकिस्तान ने 1965, 1971 और 1999 में तीन जंग लड़ी हैं। तीनों बार भारतीय सेना ने पड़ोसी देश को धूल चटा दी। इसके अलावा पाकिस्तान में अड्डा बनाए बैठे आतंकियों पर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करके भी भारतीय जांबाजों ने अपना शौर्य दिखाया है। पड़ोसी देश केवल आतंक का सहारा लेकर भारत में निहत्थे लोगों को निशाना बनाता रहा है। इन कायरों में इतना दम नहीं है कि सेना के सामने टिक पाएं। अब यह जान लेना जरूरी है कि आखिर किस देश के पास कितनी सैन्य ताकत है। सबसे पहले परमाणु हथियारों की बात करें तो स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट का हालिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत के पास अब 172 परमाणु हथियार हैं। वहीं पाकिस्तान के पास इनकी संख्या 170 है। बता दें कि भारत के सभी हथियार अंतरराष्ट्रीय मानक के हैं वहीं पाकिस्तान की मिसाइलों को शक की नजरों से देखा जाता है। पाकिस्तान के पास कम दूरी की मिसाइलें, नस्त्र, हत्फ, गजनवी और अब्दाली हैं। इनकी मारक क्षमता 60 से 320 किमी है। मिडिल रेंज की मिसाइलों की क्षमता 900 से 2700 किमी बताई जाती है। अगर इन दोनों मिसाइलें से हमला होता है तो दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद, मुंबई, पुणे, भोपाल, नागपुर, लखनऊ इसकी रेंज में आते हैं। दूसरी ओर से भारत के पास कम दूरी की मिसाइल पृथ्वी की मारक क्षमता 350 किमी है। अग्नि-1  की रेंज 700 किमी, अग्नि-2 की 2000 किमी और अग्नि-3 की रेंज 3000 किलोमीटर है। अग्नि-4 की रेंज 5000-7500 किमी है। इन मिसाइलों से परे पाकिस्तान को तबाह किया जा सकता है।  सैन्य शक्ति की बात करें तो भारत के मुकाबले पाकिस्तान काफी पीछे है। भारत के पास 14 लाख 55 हजार 550 एक्टिव सैनिक हैं। वहीं पाकिस्तान के पास 6 लाख 54 हजार एक्टिव सैनिक हैं। भारत के रिजर्व सैनिकों की संख्या 11 लाख 55 हजार है। पाकिस्तान के पास 5 लाख 50 हजार रिजर्व सैनिक हैं। ग्लोबल फायरपावर ने 2025 की रिपोर्ट में बताया कि पाकिस्तानी सेना के पास ढाई हजार से ज्यादा टैंक जबकि भारत के पास इनकी संख्या 4 हजार से भी ज्यादा है।  वायु सेना की बात करें तो पाकिस्तान के पास जेएफ-17 थंडर, एफ-16 और मिराज जैसे फाइटर जेट्स हैं। उसकी नौसेना के पास अगोस्ता पनडुब्बियां, तारिक-क्लास विध्वंसक और जुल्फिकार-क्लास फ्रिगेट्स जैसे समुद्री युद्धपोत हैं। इंडियन आॅर्मी अर्जुन टैंक, भीम टैंक, होवित्जर तोपें और पिनाका रॉकेट सिस्टम से लैस है। साथ ही ब्रह्मोस जैसी सुपरसोनिक मिसाइल वायुसेना की क्षमता को बढ़ती है। यह मिसाइल पलभर में पूरे पाकिस्तान को धुआं-धुआं कर देगी। भारतीय वायुसेना के पास 2,229 विमान हैं, जिनमें 600 फाइटर जेट, 899 हेलीकॉप्टर और 831 सपोर्ट एयरक्राफ्ट हैं। देश के प्रमुख लड़ाकू विमानों में राफेल, एसयू-30 एमकेआई नेट्रा सर्विलांस प्लेन है। मिसाइल सिस्टम में रुद्रम, अस्त्र, निर्भय, ब्रह्मोस और आकाश एयर डिफेंस सिस्टम हैं। बता दें कि भारत की सैन्य क्षमता लगातार बढ़ी है। ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स की लिस्ट में देश चौथे पायदान पर काबिज है। भारत के पास एडवांस सैन्य उपकरणों, आधुनिक हथियारों और रणनीतिक स्थिति वजह से सैन्य ताकत में बढ़ोतरी हुई है। दूसरी ओर पाकिस्तान 2024 में इंडेक्स में 9वें पायदान पर था जो 2025 में 12वें पर खिसक गया है। ये गिरावट उसकी कमजोर सैन्य स्थिति और रक्षा आधुनिकीकरण में आ रही चुनौतियों को दिखाती है।