नई दिल्ली। पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। दोनों देशों के बीच युद्ध की रणभेरी कभी भी बज सकती है। भारत के राफेल लड़ाकू विमान लगातार सीमा पर गरज रहे हैं। साथ ही आईएनएस कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को समंदर में तैनात किया गया है। यह स्ट्राइक ग्रुप क्या है, इसकी मारक क्षमता कितनी है और यह कैसे काम करता है आइये बताते हैं। पीएम मोदी की चेतावनी के बाद पाकिस्तान बुरी तरह से डरा हुआ है। सेना से लेकर शहवाज सरकार तक बेचैन है। पाकिस्तान की आवाम को गाजा जैसे हमले का डर सता रहा है। इसी बीच भारत ने अपनी तैयारियों को पुख्ता करने के लिए विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को अरब सागर में उतार दिया है। इस युद्धपोत के स्ट्राइक ग्रुप में विमानवाहक पोत, विध्वंसक, फ्रिगेट, पनडुब्बी रोधी युद्धपोत और अन्य सहायक जहाज शामिल हैं। यह ग्रुप समूह एक इकाई के रूप में काम करता है, जो समुद्री अभियानों और जंग के लिए बनाया गया है। यह ग्रुप इतना शक्तिशाली है कि चंद मिनटों में ही इस्लामाबाद, कराची और लाहौर समेत पूरे पाकिस्तान को तबाह कर सकता है। सबसे पहले हम बात करते हैं अद्भुत विशेषताओं से लैस विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत की। 45 हजार टन वजनी यह पोत 262 मीटर लंबा और 59 मीटर चौड़ा है। यह पोत 40 लड़ाकू विमानों को एक साथ लेकर चल सकता है। इस पर मिग-29के लड़ाकू विमान और कमोव केए-31 हेलिकॉप्टर के दो स्क्वॉड्रन तैनात हैं। इसकी मारक क्षमता 1500 किलोमीटर है। यह पोत 64 बराक मिसाइलों और ब्रह्मोस से लैस है। पोत में ताकत देने के लिए 1 लाख 10 हजार हॉर्स पावर के टरबाइन लगे हुए हैं। स्ट्राइक ग्रुप में कोलकाता क्लास का विध्वंसक जंगी जहाज मोटो भी शामिल है। 7500 टन डिस्प्लेसमेंट वाला यह जहाज हमेशा युद्ध के लिए तैयार रहता है। इसकी लंबाई 535 फीट और बीम 57 फीट है। छह तरह के आधुनिक सेंसर्स से लैस इस जंगी जहाज पर 32 बराक-8 और 16 ब्रह्मोस मिसाइलें लगी हुई हैं। इसके अलावा, जहाज को 1 ओटो मेलारा 76 एमएम नेवल गन, 4 एके 630 सीआईडब्ल्यूएस गन, 4 टॉरपीडो ट्यूब्स, 2 आरबीयू-6000 एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चर से लैस किया गया है। विशाखापट्टनम क्लास का स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक भी स्ट्राइक ग्रुप में शामिल है। 7400 टन वजनी इस विध्वंसक की लंबाई 535 फीट और बीम 57 फीट है। इसमें 6 कवच डिकॉय लॉन्चर्स लगे हैं। यह 32 बराक 8 मिसाइलों, 16 ब्रह्मोस एंटी शिप मिसाइलों और 4 टॉरपीडो ट्यूब्स से लैस है। इसके अलावा, इस पर 2 एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चर्स, ध्रुव और सी किंग हेलीकॉप्टर तैनात हैं। साथ ही 2 आरबीयू-6000 एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चर्स भी लगाए गए हैं। स्ट्राइक ग्रुप में विशाखापट्टनम क्लास का स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर भी शामिल है। 7400 टन डिस्प्लेसमेंट का यह जंगी जहाज 535 फीट लंबा है और इस पर 300 नौसैनिक रह सकते हैं। यह जंगी जहाज भी बराक मिसाइलों, ब्रह्मोस एंटी शिप मिसाइलों और एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चर्स से लैस है। इस पर भी ध्रुव और सी किंग हेलीकॉप्टर तैनात हैं। इसके अलावा, ग्रुप में तलवार क्लास के जंगी जहाज भी शामिल हैं। इस जंगी जहाज पर 4 केटी-216 डिकॉय लॉन्चर्स और मीडियम रेंज की मिसाइलें तैनात हैं। साथ ही 8 इगला-1ई, 8 वर्टिकल लॉन्च एंटी-शिप मिसाइल क्लब, 8 वर्टिकल लॉन्च एंटी-शिप और लैंड अटैक ब्रह्मोस मिसाइल भी तैनात है। यदि युद्ध हुआ तो इस स्ट्राइक ग्रुप के आगे पाकिस्तान टिक नहीं पाएगा और पिछले युद्धों की तरह ही इस बार भी उसे मुंह की खानी पड़ेगी।
भारत ने आईएनएस कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को समंदर में किया तैनात
26-Apr-2025