2030 तक इंसान हो जाएगा अमर!

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। 2030 तक इंसान अमर हो जाएगा। यह बात भले ही अविश्वसनीय लगे लेकिन एक बड़े वैज्ञानिक ने ऐसा ही दावा किया है। उनके

 

 

अनुसार यह सब एआई तकनीक के जरिए होगा। इस तकनीक से इंसान हमेशा बीमारियों से दूर रहेगा।

हर किसी के मन में जिजीविषा 
हर किसी के मन में जिजीविषा यानी लंबा जीवन जीने की इच्छा होती है। इसके लिए योग-व्यायाम समेत कई तरह के अन्य उपाय करता है। अब एक तकनीक आने वाली है जो इंसान को अमर रखेगी यानी मरने नहीं देगी। यह चौंकाने वाला दावा बड़े कंप्यूटर वैज्ञानिक ने किया है। उनके अनुसार 2030 तक ऐसी टेक्नोलॉजी खोजी जा सकती है, जो इंसानों को अमर कर देगी। इस दावे के हिसाब से 4 साल में ऐसी तकनीक देखने को मिल सकती सकती है जो इंसान को मरने नहीं देगी। लेकिन सवाल यह उठता है कि ऐसा होगा कैसे? इसके जवाब में दिग्गज वैज्ञानिक कहते हैं कि एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से ऐसा संभव हो पाएगा।


रे कुरजवील ने किया शोध
मीडिया एक रिपोर्ट के मुताबिक रे कुरजवील एक बड़े कंप्यूटर वैज्ञानिक हैं। द न्यू यॉर्क पोस्ट अखबार में छपी रिपोर्ट के अनुसार कुरजवील का मानना है कि बायोटेक्नोलॉजी, नैनोटेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से जीवन को बहुत लंबा किया जा सकता है। कुरजवील की विश्वसनीयता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 1999 में उन्हें नेशनल मेडल आॅफ टेक्नोलॉजी मिल चुका है। 2002 में उन्हें नेशनल इन्वेंटर्स हॉल आॅफ फेम में जगह भी मिली।
इज द सिंगुलैरिटी इज नियर में किया दावा


वैज्ञानिक कुरजवील ने अपनी किताब द सिंगुलैरिटी इज नियर में लिखा कि 2030 तक टेक्नोलॉजी की बड़ी खोजें इंसान को हमेशा की जिंदगी दे सकती हैं। उनके अनुसार 2029 तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसान जितनी समझदार हो जाएगा। यह ट्यूरिंग टेस्ट पास कर लेगा। ट्यूरिंग टेस्ट कंप्यूटर की सोचने की क्षमता जांचता है। अगर कंप्यूटर इंसान जैसी बात करे तो पास हो जाता है। कुरजवील की नजर में ऐसा होने पर अमर रहने के रास्ते खुल जाएंगे। नई टेक्नोलॉजी से शरीर को हमेशा जवान रखा जा सकेगा। बीमारियां दूर हो जाएंगी।कुरजवील के अनुसार 2045 में सिंगुलैरिटी आएगी। यह वह समय होगा जब इंसान की बुद्धि और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक हो जाएंगी। इससे हमारी समझ अरबों गुना बढ़ जाएगी। इसका मतलब है कि मशीनें इंसान से ज्यादा तेज सोचेंगी। इंसान मशीनों के साथ जुड़कर सुपर इंटेलिजेंट बन जाएंगे। बता दें कि कुरजवील की ये भविष्यवाणियां चर्चा में है। कई लोग इन पर भरोसा करते हैं, जबकि कई इन्हें सिर्फ सपना कहते हैं। बता दें कि कुरजवील की कुछ भविष्यवाणियां पहले सही साबित हुई हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि 1990 के दशक में की गई उनकी 86 फीसदी भविष्यवाणियां सच हुईं। उन्होंने लैपटॉप के आने की बात कही थी। शतरंज चैंपियन गैरी कास्परोव को आईबीएम कंप्यूटर से हार की भविष्यवाणी की थी। 2010 तक हाई-स्पीड इंटरनेट हर जगह आने की बात सही निकली। घर से कंप्यूटर पर कपड़े डिजाइन करने और छोटे-बड़े पोर्टेबल कंप्यूटरों की बात भी सच हुई। पीटर थिएल और जेफ बेजोस जैसे बड़े लोग उनकी सोच पर यकीन करते हुए इन्वेस्ट करते हैं।