खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखने वालों के लिए बड़ी खबर है। अगला सूर्य ग्रहण कब लगने वाला है खगोलविदों ने इसकी तारीख का ऐलान कर दिया है। इस बार जो सूर्य ग्रहण दिखाई देने वाला है वह दुर्लभ होगा। ऐसा अद्भुत नजारा कई वर्षों में एक बार दिखाई देता है।
2 अक्टूबर को दिखेगा सूर्य ग्रहण
लोगों को इस साल दो सूर्य ग्रहण देखने का मौका मिलेगा। पहला बीते 8 अप्रैल को अमेरिका में दिखाई दिया था, जो पूर्ण सूर्य ग्रहण था। खगोलविदों के अनुसार, अब दूसरा सूर्य ग्रहण हमें 2 अक्टूबर को दिखाई देने वाला है। यह यह अमेरिका की तरह पूर्ण सूर्य ग्रहण नहीं होगा। इस बार लगने वाला सूर्य ग्रहण वलयाकार होगा, जिसे रिंग आॅफ फायर भी कहा जाता है। जिसके कारण आसमान में हमें आग की रिंग दिखाई देगी।
खगोलविदों ने समझाई घटना
खगोलविदों के अनुसार, अंतरिक्ष में सूर्य स्थिर रहता है और पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है। वहीं, चांद धरती की परिक्रमा करता है और इसके साथ चलते हुए सूर्य का भी चक्कर लगाता है। इस दौरान ऐसा भी समय आता है जब घूमता हुआ चांद सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है। जो कुछ क्षण के लिए सूर्य के प्रकाश को रोक देता है, इसी खगोलीय घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। इस दौरान इसकी परछाई धरती पर पड़ती है।
आसमान में दिखेगा आग का छल्ला
खगोलविदों का कहना है कि चांद के धरती का चक्कर लगाने के दौरान उसकी दूरी भी बदलती रहती है। कभी वह धरती के नजदीक होता है तो कभी दूर। जब चांद धरती के निकट होता है तब इसका आकार बड़ा दिखता है। वही, जब दूर होता है तो छोटा दिखता है। सूर्य ग्रहण के दौरान अगर यह धरती के करीब होता है, तो यह हमें सूर्य को पूरी तरह ढकता हुआ दिखाई देता है। लेकिन जब यह दूर होता है तो सूर्य के बीच के हिस्से को ही ढक पाता है। जिससे सूर्य का बाकी किनारा दिखाई देता है, जो आग के छल्ले की तरह दिखाई देता है।
भारत में नहीं दिखाई देगा सूर्य ग्रहण
अब यहां सबसे बड़ा सवाल है यह कि 02 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण क्या भारत में दिखाई देगा? खगोलविदों ने इसका जवाब ना में दिया है। उनका का कहना है कि यह सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका महाद्वीप और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा। चंद्रमा इस दौरान सूर्य के 93 प्रतिशत हिस्से को कवर करेगा। आसमान में एक पूर्ण आग की रिंग 7 मिनट 25 सेकंड तक दिखाई देगी। इस दुर्लभ नजारे को अर्जेंटीना और चिली के कुछ हिस्सों में भी देखा जा सकता है।