नई दिल्ली। हमारी आकाश गंगा तरह-तरह के रहस्यों से भरी हुई है। इन रहस्यों की परतें खोलने के लिए वैज्ञानिक वर्षों से लगे हुए हैं। नासा ने आकाशगंगा में एक ऐसी विचित्र चीज खोजी है जिसे देखकर वैज्ञानिक भी हैरान है। इसकी स्पीड इतनी है डेढ़ सेकेंड में यह दिल्ली से लखनऊ पहुंच सकती है। नासा के सिटिजन साइंटिस्ट ने आकाशगंगा में एक ऐसी वस्तु खोजी है जो बेहद तेज और जबरदस्त है। यह धुंधला सा दिखने वाला आब्जेक्ट हर सेकेंड 447 किलोमीटर से ज्यादा की रफ्तार से बढ़ रहा है। यह तेजी से आकाशगंगा को छोड़कर अंतरिक्ष की दूसरी दुनिया में जा रहा है। दरअसल, नासा का एक प्रोग्राम है जिसका नाम बैकयार्ड वर्ल्ड्स प्लैनेट 9 प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट के तहत जो लोग साइंस की दुनिया से जुड़ना चाहते हैं, वो नासा से जुड़ते हैं और अंतरिक्ष में तरह-तहर की खोज करते हैं। बैकयार्ड वर्ल्ड्स में नासा के मिशन की तस्वीरों का अध्ययन किया जाता है। इस मिशन में अंतरिक्ष में साल 2009 से लेकर 2011 तक इंफ्रारेड नक्शा बनाया था। अब इस मिशन को फिर से नियोवाइस के नाम से शुरू किया गया। बीते दिनों बैकयार्ड वर्ल्ड्स के सिटिजन साइंटिस्ट्स ने एक तेजी से भाग रही वस्तु की खोज की। इसके बाद टेलीस्कोप के जरिए इसकी जांच शुरू की गई। वैज्ञानिकों के अनुसार, जब इस आब्जेक्ट को खोजा गया तब हमारा एक्साइटमेंट अलग लेवल पर था। यह हमारी आकाशगंगा को छोड़कर जा रहा है। इसका मास किसी छोटे तारे के खत्म होने के बाद के मास के बराबर है। इसके कोर में हाइड्रोजन भी नहीं है। बता दें कि बैकयार्ड प्रोजेक्ट के 9 वैज्ञानिकों ने मिलकर 4000 से ज्यादा खगोलीय पिंड खोजे थे। लेकिन, इसमें से कोई भी आकाशगंगा छोड़कर नहीं जा रहा था। ऐसा लगता है कि ये आब्जेक्ट आकाशगंगा के पहले जेनरेशन के तारों के समय का है। जब आकाशगंगा बनी ही थी। इस आब्जेक्ट की स्पीड की बात की जाए तो वैज्ञानिकों की एक थ्योरी ये है कि यह किसी सुपरनोवा के फटने के बाद निकला हुआ टुकड़ा है। जो सुपरनोवा से बहुत ज्यादा पदार्थ लेकर निकल गया है। या फिर दूसरी थ्योरी ये है कि ये ग्लोब्यूलर क्लस्टर से निकला है। जो अब तेजी से किसी ब्लैक होल की तरफ खिंचा जा रहा है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इसी वजह से इस आब्जेक्ट को अधिक गति मिल रही है।
नासा के वैज्ञानिकों ने की आकाशगंगा में दुर्लभ वस्तु की खोज
31-Aug-2024