भारत से हथियार खरीदेगा इजरायल

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली । हथियार तकनीक में दुनियाभर में अग्रणी देश इजरायल अब भारत से हथियार खरीदेगा। यह काफी चौंकाने वाली खबर है क्योंकि अब तक भारत इजरायल से भारी मात्रा में हथियार खरीदता है। अब यह तस्वीर धीरे-धीरे उलट रही है। इजरायल ने भारत की निबे लिमिटेड कंपनी से 150 करोड़ रुपये का रॉकेट लॉन्चर सौदा किया है। यह सौदा भारत के हथियारों की वैश्विक पहचान को बढ़ाएगा और आत्मनिर्भर भारत मिशन को समर्थन देगा। जब पहलगाम में पिछले महीने आतंकवादी हमले हुए तो इजरायल एक ऐसा रहा जो खुलकर भारत के साथ खड़ा हुआ। भारत ने इस हमले के दोषियों को सजा देने के लिए जब आपरेशन सिंदूर लॉन्च किया तब भी यह सीना तानकर भारत के पक्ष में खड़ा रहा। उसने कहा कि पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकवादियों के ठिकाने पर हमला करना भारत का अधिकार है। 

इजरायल ने किया भारत का समर्थन

भारत को ऐसा करना चाहिए। भारत आतंकवाद और दहशतगर्दी से बुरी तरह प्रभावित मुल्क है। आपरेशन सिंदूर में भारत की सेना ने शानदार वीरता का परिचय और कुछ ही घंटों के भीतर पाकिस्तान की एयरफोर्स की कमर तोड़ दी। इस युद्ध में भारत ने 70 फीसदी से अधिक देसी हथियारों का इस्तेमाल किया। चंद घटों के भीतर पाकिस्तान को घुटने पर ला दिया। पाकिस्तान से सारे चीनी हथियार फुस्स हो गए। इस आपरेशन के बाद भारत के ब्रह्मोस मिसाइल, आकाश डिफेंस सिस्टम और अन्य हथियारों को वैश्विक पहचान मिली। अब आपरेशन सिंदूर के बाद दुनिया में भारत के हथियारों की मांग तेजी से बढ़ी है। ऐसे में इजरायल भी भारत से हथियार खरीद रहा ह। यह वह इजरायल है जिसके हथियार और डिफेंस सिस्टम की चर्चा दुनिया में होती है। जिसके पीछे कवच बनकर अमेरिका और यूरोपीय देश खड़े रहते हैं। इजरायल ने भारत की निबे लिमिटेड कंपनी के साथ 150 करोड़ रुपये का रॉकेट लॉन्चर सौदा किया है। बता दें कि निबे देश की एक प्रमुख कंपनी है जो अहम डिफेंस सिस्टम बनाती है। उसने इजरायल से मिले इस आॅडर की घोषणा की है। यह एक छोटा सौदा है लेकिन इसका सांकेतिक महत्व काफी अधिक है। इजरायल जैसे देश अगर भारत के हथियारों पर भरोसा जता रहे हैं तो इससे दुनिया में भारत के हथियारों पर भरोसा बढ़ेगा और आने वाले समय में इसका व्यापक असर देखने को मिलेगा।

300 किमी है रॉकेट लॉन्चर की क्षमता 


निबे कंपनी के रॉकेट लॉन्चर की क्षमता 300 किलोमीटर है। इस रॉकेट लॉन्चर की तकनीक बेहद एडवांस है। मौजूदा समय में दुनिया भर में जिने रॉकेट लॉन्चर है यह उन सबसे ज्यादा घातक है।  कंपनी का कहना है कि वह दुनिया के नामी डिफेंस कंपनियों के साथ साझेदारी कर आने वाले समण्य में और हाईटेक हथियार बनाएगी। जिससे भारतीय सेना और दुनिया के अन्य देशों की जरूरत को पूरा किया जा सके। 

इजरायल से लिए कई सैन्य साजो-सामान

 
बता दें कि भारत ने पाकिस्तान और चीन के खतरे को देखते हुए इजरायल से कई सैन्य साजो-सामान लिए हैं। इजरायल की कंपनियों एल्बिट सिस्टम और इजरायल एरोस्पेस इंडस्ट्री से कई हथियारों की खरीद हुई है। खरीदे गए हथियारों में ड्रोन, गाइडेड मिसाइल और हवाई सुरक्षा सिस्टम शामिल हैं। भारत ने इन हथियारों पर हालिया सालों में अरबों डॉलर खर्च किए हैं। पिछले महीने ही भारतीय नौसेना ने अपने नए युद्धपोतों से बराक-8 मिसाइलों का सफल परीक्षण भी किया है। बराक मिसाइल को आईएआई, भारत के रक्षा मंत्रालय और डीआरडीओ के बीच सहयोग से बनाया गया है।