डीआरडीओ बना रहा भयानक मिसाइल, चीन के डीएफ 21 डी को मात देगी भारत की अग्नि पी

नई दिल्ली। दुनिया भर में ताकतवर हथियारों को लेकर होड़ मची है। ऐसे में भारत का डीआरडीओ भी मध्यम दूरी की भयानक मिसाइल बना रहा है। वहीं चीन भी डीएफ 21 डी विकसित कर चुका है। ऐसे में यहां यह जानना दिलचस्प हो जाता है कि इन दोनों मिसाइलों में कौन ज्यादा ताकतवर है। भारत का रक्षा अनुसंधान विकास संगठन यानी डीआरडीओ सामरिक बलों के लिए इस समय मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-प्राइम विकसित कर रहा है। इसे भारत की नई ताकत बताया जा रहा है। यह मिसाइल निकट भविष्य में परमाणु या पारंपरिक वारहेड के साथ रणनीतिक और सामरिक भूमिका निभाने वाली है। अग्नि-पी के साथ डीआरडीओ ने मिसाइल प्रौद्योगिकी में अपनी क्षमता को दिखाया है। अग्नि पी की क्षमताएं वास्तव में आश्चर्यजनक हैं। डीआरडीओ ने अग्नि-पी को नई पीढ़ी की मिसाइल कहा है और यह बात बिल्कुल सच भी है। कंपोजिट और हल्के वजन वाले इलेक्ट्रॉनिक्स के इस्तेमाल की वजह से यह अग्नि सीरीज की अपनी पूर्ववर्ती मिसाइलों से हल्की है। अग्नि-पी की खासियतों के बारे में बात करें तो यह 10 मीटर लंबी है। यह मिसाइल सर्कुलर एरर प्रोबेबिलिटी यानी सीईपी से लैस है। वही अग्नि-पी में इसकी पूर्ववर्ती अग्नि-4 और अग्नि-5 मिसाइलों की तकनीकों को शामिल किया है। इसके अलावा इसमें कैनिस्टर लॉन्च जैसी तई तकनीक का उपयोग किया गया है। यह 1000 से 2000 किलोमीटर दूर के लक्ष्य को तेज गति के साथ निशाना बना सकती है। अग्नि-पी का वजन लगभग 23 से 25 टन है। मोबाइल प्रणाली में कम्पोजिट रॉकेट मोटर्स, रिंग लेजर जाइरोस्कोप आधारित इंटीरियल नेविगेशन सिस्टम हैं। यह बैकअप माइक्रो-नेविगेशन सिस्टम के साथ नाविक सैटेलाइट नेविगेशन से संवर्धित हैं।  अग्नि-पी एक दो चरणीय, सॉलिड प्रोपेलैंट मध्यम-दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है। बता दें डीआरडीओ ने अग्नि-ए1 की तुलना में अग्नि-पी में दो महत्वपूर्ण सुधार किए हैं, जिनमें कैनिस्टर लॉन्च क्षमता और बढ़ी हुई रेंज शामिल है। कैनिस्टराइज्ड मिसाइलों को गैर-कैनिस्टराइज्ड मिसाइलों की तुलना में अधिक अलर्ट रखा जा सकता है। इसमें परमाणु वारहेड को कैनिस्टर में रखे जाने से पहले जोड़ा जाता है। अग्नि पी मिसाइल अपनी सटीकता और पैंतरेबाजी क्षमता के कारण रडार को भी मात देने में सक्षम है। इसके अलावा यह किसी दुश्मन देश के किसी भी उड़ाते हुए जहाज को निशाना बना सकती है। बता दें कि डीआरडीओ ने पहले ही प्रलय मिसाइल के लिए एक आरएफ सीकर विकसित किया है।  देखा जाए तो अग्नि-पी संस्करण को चीनी की डीएफ-21 डी से ज्यादा एडवांस बनाया गया है। चीन की चीन की डीएफ  21 डी 10.7 मीटर लंबी है। इसके अलावा 1.4 मीटर व्यास वाली और 14.7 टन वजनी मिसाइल है। इसमें एक या कई वारहेड्स वाले 600 किलोग्राम का पेलोड है। डीएफ  21 डी की रेंज 1,450 से 1,550 किमी होने का अनुमान है। वहीं, भारत की अग्नि पी 10.5 मीटर लंबी, 1.15 मीटर व्यास वाली और 11 टन वजनी है। इसमें एक एमआरवी के साथ 1,500 किलोग्राम का पेलोड है। इस तुलना से स्पष्ट है कि अग्नि-पी एक छोटी मिसाइल है, लेकिन अधिक उन्नत तकनीक के उपयोग के माध्यम से डीएफ 21 डी की तुलना में बेहतर है।