नई दिल्ली। आज से शुरू हुए मई महीने में कई ऐसे नियम लागू हुए हैं जो आम आदमी की जेब पर सीधे असर डालेंगे। कुछ बैंकों के बचत खातों पर लगने वाले शुल्क में इजाफा हुआ है। वहीं क्रेडिट कार्ड से किसी भी तरह के बिल भुगतान पर ज्यादा पैसा यानी बिल के साथ सरचार्ज देना होगा। मई महीने की शुरुआत के साथ वित्तीय जगत से जुड़े कई बदलाव लागू हुए हैं। ये परिवर्तन सीधे आम आदमी की जेब पर असर डालेंगे। सबसे पहला बदलाव आम आदमी को राहत देने वाला है। सरकार ने आज सुबह वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 19 रुपये की कटौती कर दी।
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म्युचुअल फंड में निवेश पर नए नियम
अगर आप भी म्युचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं तो आपको सावधानी बरतनी होगी। नय नियम के अनुसारअगर आपके म्युचुअल आवेदन पर लिखा नाम आपके पैन कार्ड पर लिखे नाम से मैच नहीं हुआ तो आवेदन रद्द हो जाएगा। इसी तरह पहली बार म्यूचुअल फंड फोलियो में निवेश कर रहे हैं तो आपका नाम और आपकी जन्मतिथि आपके पैनकार्ड पर लिखे नाम और जन्मतिथि से मैच होनी चाहिए। राहत की बात यह है कि नया नियम नए निवेशकों को प्रभावित करेगा मौजूदा निवेशकों को नहीं।
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बचत खाता सेवाओं पर शुल्क
आईसीआईसीआई बैंक ने बचत खाता सेवाओं पर लगने वाले शुल्क में परिवर्तन किया है। इसमें डेबिट कार्ड पर लगने वाले 200 रुपये तक की सालाना फीस शामिल है। ग्रामीण इलाकों के लिए यह शुल्क 99 रुपये प्रति वर्ष है। वहीं चेक बुक की बात करें तो एक साल में 25 चेक तक शुल्क नहीं देना होगा। इससे अधिक के लिए बैंक 4 रुपये प्रति चेक का शुल्क वसूल करेगा। इसी तरह आईएमपीएस लेनदेन के लिए 2.5 रुपये से 15 रुपये प्रति लेनदेन के हिसाब से शुल्क लगेगा। डिमांड ड्राफ्ट या पे आॅर्डर को रद्द करने या डुप्लिकेट करने पर बैंक 100 रुपये का शुल्क लेगा। हस्ताक्षर सत्यापन के लिए बैंक प्रति आवेदन 100 रुपये का चार्ज वसूल करेगा। साथ ही किसी विशेष चेक के भुगतान को रोकने के लिए 100 रुपये भुगतान करना होगा। वित्तीय कारणों से ईसीएस/एनएसीएच डेबिट रिटर्न पर 500 रुपये जुर्माना लगेगा।
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अनिवार्य राशि न रखना पड़ेगा महंगा
यस बैंक ने 1 मई से बचत खाता सेवाओं पर लगने वाले शुल्क में बदलाव की घोषणा कर दी है। बैंक ने बचत खातों में अनिवार्य राशि न होने की स्थिति में अधिकतम शुल्क बढ़ा दिया है। अब बैंक ऐसी स्थिति में 250 रुपये से 1,000 रुपये के बीच चार्ज करेगा। इससे पहले यह शुल्क 250 रुपये से 750 रुपये के बीच था। अपर्याप्त धनराशि के कारण इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सर्विस रिटर्न की स्थिति में बैंक पहली बार 500 रुपये का शुल्क लेगा। वहीं दूसरे रिटर्न पर बैंक 550 रुपये का चार्ज करेगा। इसी तरह एचडीएफसी बैंक ने भी बदलाव किया है। बैंक के अनुसार वरिष्ठ नागरिकों के सावधि जमा खातों में निवेश की आखिरी तारीख 02 मई 2024 है। इन खातों में सामान्य एफडी खातों की तुलना में 0.75% अधिक ब्याज दिया जाएगा।
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क्रेडिट कार्ड से बिल भुगतान महंगा
अगर आप भी क्रेडिट कार्ड से हर बिल भुगतान करते हैं तो सावधान हो जाएं। यस बैंक और आईडीएफसी बैंक ने क्रेडिट कार्ड के जरिए यूटिलिटी भुगतान पर सरचार्ज लगाने का एलान किया है। बता दें कि टेलीफोन बिल, इलेक्ट्रिक बिल, गैस, पानी, इंटरनेट सेवाएं और केबल सर्विसेज से जुड़े पेमेंट यूटिलिटी भुगतान के अंतर्गत आते है। अगर यूटिलिटी सेवाओं का भुगतान 15000 रुपये से अधिक है तो उस पर 1 प्रतिशत सरचार्ज के साथ जीएसटी भी देना होगा।