नई दिल्ली। मोदी सरकार शपथ ग्रहण की तैयारी कर रही है इसी बीच दो बड़े सहयोगी दलों ने बड़ी डिमांड कर दी। टीडीपी ने छह मंत्रालय मांगे हैं। वह भी छोटे नहीं बल्कि सभी बड़े मंत्रालयों की मांग रख दी है। साथ ही टीडीपी लोकसभा स्पीकर का पद भी चाहती है। लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद चंद्रबाबू नायूडू की टीडीपी और नीतीश कुमार की जेडीयू की अहमियत एनडीए में बहुत ज्यादा हो गई है। यही वजह है कि अब दोनों ही पार्टियों की तरफ से प्रमुख मंत्रालयों की मांग की जा रही है। टीडीपी के सूत्रों ने बताया है कि पार्टी ने एनडीए के आगे छह बड़े मंत्रालयों की मांग रखी है। टीडीपी लोकसभा स्पीकर का पद भी चाहती है। दिल्ली में कल हुई एनडीए की बैठक में टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू शामिल हुए। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बगल में बैठे हुए उनकी तस्वीरें भी सामने आईं। नायडू के बगल में नीतीश कुमार भी बैठे हुए नजर आए थे। रिपोर्ट के मुताबिक टीडीपी के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि नायडू ने साफ कर दिया है कि वह मोदी 3.0 सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहते हैं। बताया गया है कि वह बीजेपी नेतृत्व को अपनी मांगों की एक लिस्ट दे चुके हैं। इसमें लोकसभा अध्यक्ष का पद और कम से कम पांच विभाग शामिल हैं। इन पांच विभागों में वित्त मंत्रालय, जलशक्ति मंत्रालय जैसे विभागों को भी अपने हिस्से में लेने की मांग की है। बता दें कि टीडीपी इस वक्त एनडीए की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। उसे 16 सीटों पर जीत मिली है। इसके बाद तीसरा नंबर जेडीयू का आता है। जिसके पास 12 सांसद हैं। अब ये दोनों दल सारे मलाईदार मंत्रालय ही चाहते हैं। बता दें कि टीडीपी स्पीकर का पोस्ट इसलिए चाहती है, क्योंकि लोकसभा में सबसे ज्यादा ताकतवर पद उसके पास होगा। इतना ही नहीं, बल्कि त्रिशंकु संसद की स्थिति में स्पीकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। पार्टी के दिवंगत नेता जीएमसी बालयोगी ने 1998 से 2002 तक अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में स्पीकार के रूप में कार्य भी किया था। टीडीपी के एक सांसद ने कहा कि पार्टी ग्रामीण विकास, आवास एवं शहरी मामले, बंदरगाह एवं शिपिंग, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और जल शक्ति मंत्रालय चाहती है। वहीं वह वित्त मंत्रालय में एक जूनियर मंत्री रखने को भी इच्छुक है, क्योंकि आंध्र प्रदेश अभी धन की सख्त जरूरत है। टीडीपी की तरह जेडीयू भी मंत्रालय चाहती है। सूत्रों के हवाले से बताया है कि नीतीश कुमार की जेडीयू ने भी तीन मंत्रालयों की मांग एनडीए के सामने रख दी है। साथ ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है। जेडीयू ने चार सांसद पर एक मंत्रालय का फॉर्मूला सरकार के सामने रखा है। जेडीयू के 12 सांसद हैं, इसलिए वह 3 मंत्रालय चाहती है। नीतीश कुमार चाहते हैं कि उनके खाते में रेल, कृषि और वित्त मंत्रालय आए। रेल मंत्रालय को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही है।
मोदी सरकार के शपथ ग्रहण की भव्य तैयारी
07-Jun-2024