नई दिल्ली। पाताल लोक एक ऐसी रहस्यमयी दुनिया है जिसे सदियों से शास्त्रों, लोककथाओं और कल्पनाओं में नरक से भी गहरी जगह कहा गया है। यह जगह धरती की ऐसी अजीब पहेली है जो मानव जीवन से परे है। अब वैज्ञानिकों ने वहां एक एसिड की उबलती नदी का पता लगाया है। जिसके बारे में जानकर आप चौंक जाएंगे।
जगह का नाम ‘डानाकिल डिप्रेशन’
वैज्ञानिकों ने धरती के नीचे एक पाताल लोक जैसी जगह की खोज की है। अनेकों रहस्य समेट इस जगह पर ऊर्जा का अकूत भंडार मौजूद है। वैज्ञानिकों ने इस जगह का नाम ‘डानाकिल डिप्रेशन’ रखा है। यह जगह इतनी खतरनाक है कि यहां एसिड की नदियां बहती हैं, जिनमें कई तरह के केमिकल होते हैं। धरती के सबसे निचले इलाके में स्थित होने की वजह से इसे नर्क का द्वार भी कहा जाता है। कई वैज्ञानिक तो इस इलाके को एलियन का हिस्सा भी मानते हैं।
धरती का सबसे निचला प्वाइंट
वैज्ञानिकों के अनुसार, पाताल लोक जैसी यह जगह अफ्रीका के इथोपिया में स्थित है। यह धरती का सबसे निचला प्वाइंट है। यहां पर कई सक्रिय ज्वालामुखी मौजूद हैं। इसके आस-पास सल्फ्यूरिक एसिड के तालाब से जहरीली गैस और हवा निकलती रहती है। वैज्ञानिकों का दावा है कि यहां का पूरा माहौल बहुत ही जहरीला हो चुका है। यहां की हवा में सल्फर और क्लोरीन घुल चुका है। यहां पर बिना किसी सुरक्षा के जाने वाला इंसान पल भर में मौत के मुंह में समा जाएगा।
समुद्र तल से 125 मीटर नीचे
वैज्ञानिकों के मुताबिक, हॉर्न ऑफ अफ्रीका के मध्य में स्थित डानाकिल डिप्रेशन दुनिया की सबसे दुर्गम और बहुत ही कम जानने वाली जगह है। यह जगह समुद्र तल से 125 मीटर नीचे इरिट्रिया की सीमा के नजदीक स्थित है। वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर पश्चिमी इथियोपिया में मौजूद इस सक्रिय ज्वालामुखियों वाली जगह पर आग की ज्वाला के रूप में मौत बरसती है। इसे धरती की सबसे अजीब और भयानक जगहों में से एक माना जाता है।
पूरा क्षेत्र एसिड के तालाबों के भरा
वैज्ञानिकों का कहना है कि यहां पर 2 बहुत ही सक्रिय ज्वालामुखी हैं। दोनों ज्वालामुखियों में से एक एर्टा एले के ऊपर लावा से भरी झील है। बता दें कि जब पृथ्वी की सतह के नीचे जमी भीषण गर्मी और दबाव अपनी सीमा पार कर लेता है, तो वह फूट पड़ता है जो आग और लावे के रूप में बाहर निकलता है। जिसमें पिघले हुए पत्थरों, गैसों और खनिजों का एक उबलता सैलाब होता है। यह पूरा क्षेत्र एसिड के तालाबों के भरा हुआ है। साथ ही यहां डालोल नामक एक गहरा गड्ढा है। एसिड की वजह से यहां बड़े-बड़े गड्ढों में रंग-बिरंगा पानी भरा रहता है। यहां कि क्लोरिन और सल्फर गैस हवा में घुलने के कारण दमघोटू हो गई है।
पाताल में मिली एसिड की बहती नदियां, वैज्ञानिक हैरान
01-Jul-2025