जापान के लिए तबाही वाला महीना, डर के साए में लोग

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। जापान के लिए यह महीना तबाही वाला होने है। जापानी बाबा वेंगा की भूकंप और ज्वालामुखी की भविष्यवाणी से पूरा देश डरा हुआ है। देश पर महाविनाश के खतरे को देखते हुए लोगों ने अपनी ट्रिप्स तक कैंसिल कर दी है। 
भूकंप-संवेदनशील देश हैजापान


जापान विश्व का सबसे भूकंप-संवेदनशील देश माना जाता है। फिर से यह देश महाभूकंप के मुहाने पर खड़ा दिखाई दे रहा है। देश की भूकंप अनुसंधान समिति और सरकारी पैनल की रिपोर्टों के अनुसार इस महीने यानी जुलाई से लेकर अगले 30 वर्षों में 7 रिक्टर स्केल या उससे अधिक तीव्रता वाला भूकंप आने की संभावना है। इसको लेकर जापान इस समय अलर्ट मोड में है। जापान के मौसम विभाग ने भयानक भूकंप और ज्वालामुखी के अलर्ट को लेवल-3 तक बढ़ा दिया है। पूरा देश इसकी चिंता से जूझ रहा है। इसे तात्सुकी की भविष्याणियों से जोड़ा जा रहा है। जिन्होंने जुलाई महीने में देश के अंदर भारी तबाही की भविष्यवाणी की थी। बता दें कि तात्सुकी को जापान का बाबा वेंगा कहा जाता है। 
नानकाई ट्रफ बना खतरे का कारण


जापान में भूकंप और ज्वालामुखी के फटने का कारण नानकाई ट्रफ का सबडक्शन जोन है। वैज्ञानिकों के अनुसार फिलीपींस सी प्लेट धीरे-धीरे जापान की प्लेट के नीचे धंस रही है। यह क्षेत्र जापान के सबसे घातक भूकंपों का कारण बन रहा है। हाल ही में वैज्ञानिकों ने नानकाई गर्त के समीप सूक्ष्म भूकंपीय हलचलों का पता लगाया है। इनकी वजह से धीरे-धीरे जमीन में दरार आती जा रही है। हर दिन कुछ मिलीमीटर की दर से प्लेट्स खिसक रही हैं। ये सब मिलकर आने वाले समय में एक बड़े पैमाने पर भूकंप का कारण बन सकती हैं। 2011 की सुनामी ने जापान को जिस प्रकार प्रभावित किया था, अब वैज्ञानिक उससे तीन गुना बड़ी लहरों की आशंका जता रहे हैं।
रियो तात्सुकी ने भविष्यवाणी 


जापान में बढ़ते खतरे के बीच रियो तात्सुकी ने भविष्यवाणी की चर्चा हो रही है। बता दें कि इन्हें नया बाबा वेंगा कहा जा रहा ह। उन्होंने भविष्यवाणी की है कि जापान और फिलीपींस के बीच समुद्र तल में एक विशाल दरार पैदा होगी। जिससे भूकंप और सुनामी की लहरें उठेंगी साथ ही देश में ज्वालामुखी का विस्फोट होगा। ये जो 2011 की आपदा से कहीं अधिक विनाशकारी होंगी। भले ही यह भविष्यवाणी वैज्ञानिक रूप से सिद्ध नहीं की जा सकती, लेकिन जापान में लोग डरे हुए हैं। इसे 2011 जैसी आपदा की पुनरावृत्ति की चेतावनी मानकर सच मान रहे हैं। हैरानी की बात ये है कि जमीन की भीतर हलचल उसी जगह पर देखने को मिल रही है, जहां पर जापानी बाबा वेंगा के नाम से मशहूर रियो तात्सुकी ने दावा किया था।
जापानी सरकार ने की पूरी तैयारी 


लोगों के डर को देखते हुए जापानी सरकार ने पूरी तैयारी का भरोसा दिया है। सरकार के अनुसार 2014 में भूकंप-तैयारी योजना तैयार की गई थी। जिसमें मृत्यु दर में 80 फीसदी तक कमी का लक्ष्य रखा गया है। योजना के अंतर्गत तटबंध और निकासी भवनों का निर्माण किया गया है। हाई रिस्क जोन की रीमैपिंग और अलर्ट सिस्टम को अपडेट किया गया है। दूसरी ओर मौसम विभाग और तात्सुकी की भविष्यवाणी के बाद जापानी सरकार की तैयारी पर रिपोर्ट भी सामने आ गई है। जिसमें कहा गया है कि केवल 20 फीसदी तक ही प्रभावी तैयारी हुई है।