पाकिस्तान के परमाणु बमों पर अमेरिका का होगा कब्जा

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। पाकिस्तान में भारत की संभावित सैन्य कार्रवाई को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। पाकिस्तानी मीडिया में भारत की ही चर्चा छाई हुई है। इस बीच पाकिस्तान ने दुनिया भर के देशों से गुहार लगानी शुरू कर दी है। वहीं युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान के परमाणु बमों पर पर अमेरिका एक झटके में कब्जा कर सकता है। इसका वॉशिंगटन में पूरा प्लान बन चुका है। पाकिस्तान का परमाणु बम के इस्तेमाल का सपना कभी पूरा होने वाला नहीं है। इसकी सबसे बड़ी वजह अमेरिका है, जिसने इसके लिए प्लान तैयार किया है। बता दें कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव ने परमाणु युद्ध की आशंका को जगा दिया है। भारत और पाकिस्तान दोनों परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र हैं। नई दिल्ली की नीति परमाणु हथियार पहले इस्तेमाल न करने की है। वहीं इस्लामाबाद अक्सर अपने परमाणु हथियारों की धमकी भारत को देता रहता है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हाल ही में कहा कि अगर हमारे अस्तित्व को सीधा खतरा है तो पाकिस्तान परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा। एक अन्य केंद्रीय मंत्री हनीफ अब्बासी ने तो सीधा भारत को परमाणु हमले की धमकी दे डाली और कहा कि शाहीन और गजनवी मिसाइलों समेत 130 परमाणु हथियारों का मुंह भारत की तरफ है। अब्बासी ने कुछ दिन पहले कहा था कि वे शाहीन, गजनवी मिसाइलें पाकिस्तान के ठिकानों में रखी हई हैं। हमने उन्हें सजाने के लिए नहीं रखा है। वे हिंदुस्तान के लिए रखी गई हैं। हमारे पास जो 130 एटमी हथियार हैं, वो सिर्फ मॉडल नहीं हैं, वे भारत के लिए हैं। नई रिपोर्ट के अनुसार अगर कोई परमाणु खतरा पैदा होता है तो अमेरिका ने पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को जब्त करने की आपातकालीन योजना बना रखी है। यह तब किया जाएगा जब अमेरिकी राष्ट्रपति को लगता है कि वे अमेरिका या उसके हितों के लिए खतरा हैं। पाकिस्तान में सबसे खराब स्थिति से निपटने के लिए योजनाएं तैयार की गई थीं। कई अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अमेरिका की उच्च प्राथमिकता रही है। रक्षा जानकारों का मानना है कि अमेरिका ने पाकिस्तान को एफ- 16 विमान दे रखे हैं उनसे परमाणु हमला नहीं किया जा सकता है। अगर पाकिस्तान ऐसा करने की कोशिश करेगा तो अमेरिका रक्षा मंत्रालय पेंटागन के अधिकारियों का पता चल जाएगा। इसके बाद वे लड़ाकू विमान के साफ्टवेयर से इसको लाॅक कर देंगे। इसके अलावा पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार लांच करने के लिए कोइई बड़ा प्लेटफार्म नहीं है। उसके पास कुछ ही मिसाइलें हैं जिसके जरिए हमला कर सकता है। भारत के पास की काट है। एस-400 से भारत उसकी मिसाइलकों का मार गिराएगा। दूसरी ओर पाकिस्तान के सबसे प्रसिद्ध परमाणु भौतिक वैज्ञानिक परवेज हुडभॉय ने अमेरिका प्रयासों पर बयान दिया। उन्हाेंने कहा कि परमाणु हथियारों पर नियंत्रण का अमेरिकी प्रयास मूर्खतापूर्ण होगा। कहा जाता है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार पहाड़ों के नीचे सुरंगों में, शहरों में और इसके साथ ही वायुसेना और सेना के ठिकानों में छिपाकर रखे गए हैं। परमाणु हथियारों पर कब्जे का अमेरिकी अभियान युद्ध को बढ़ावा दे सकता है। इसके बावजूद सैन्य रिपोर्ट में दी गई जानकारी से संकेत मिलता है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार पर  अमेरिकी खुफिया एजेंसी की नजर है।