जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। दुनिया में अब मानव रहित लड़ाकू युग की शुरूआत होने जा रही है। आस्ट्रेलिया ने अपने जखीरे में एक ऐसा ड्रोन शामिल कर लिया, जिसके आगे अमेरिका, चीन और रूस के सबसे ताकतवार फाइटर जेट फेल हो जाएंगे। एमक्यू-28 आधुनिक युग का वो शिकारी ड्रोन है, जो अगर किसी के पीछे पड़ गया तो उसका सर्वनाश करके ही लौटेगा।
बदलेगा कॉम्बैट एविएशन का खेल
दुनिया में कॉम्बैट एविएशन का खेल अब बदलने वाला है। यह बदलाव मानव-चालित लड़ाकू जेट से नहीं, बल्कि एक घातक एआई आपरेटेड, गुप्त शिकारी ड्रोन से आने वाला है। बोइंग ने कन्फर्म कर दिया है कि उसका एमक्यू-28 घोस्ट बैट अगले महीने पहली बार असली एआईएम-120 अम्राम मिसाइल दागेगा। यह एक लाइव एयरबोर्न टारगेट को मार गिराने की कोशिश करेगा। यह सिर्फ एक टेस्ट नहीं बल्कि यह मानव रहित लड़ाकू युग की शुरूआत है। यह आने वाले सालों में एयर वॉरफेयर की परिभाषा को कुचल कर रख देगा।
आएगा एमक्यू-28 घोस्ट बैट
बता दें कि एमक्यू-28 घोस्ट बैट पहले ही रॉयल आस्ट्रेलियन एयर फोर्स में टेस्ट किया जा रहा है। कंपनी अब इसे खुले तौर पर वैश्विक मंच पर एक कॉम्बैट-रेडी, मॉड्यूलर, मल्टी-डोमेन फाइटर के रूप में पेश कर रही है। बोइंग के डिफेंस प्रमुख स्टीव पार्कर ने दुबई एयरशो से पहले साफ कहा कि हम लाइव फायर के लिए तैयार हैं, और हम इसे अगले महीने करेंगे। इस घोषणा के तुरंत बाद सैन्य विश्लेषकों ने चिंतन शुरू कर दिया। उनके अनुसार दुनिया पहली बार ऐसा ड्रोन देखने जा रही है जो खुद टारगेट खोजेगा। खुद निर्णय लेगा, और खुद हवाई लड़ाई लड़ेगा। यह जिस फाइटर जेट के पीछे पड़ जाएगा उसे ध्वस्त करके ही लौटेगा।
आस्ट्रेलियन एयरफोर्स ने बताया खतरनाक
आस्ट्रेलियन एयरफोर्स ने इस खतरनाक ड्रोन के परीक्षण के लिए वूमेरा रेंज कॉम्प्लेक्स नामक जगह तय की है। बता दें कि यह क्षेत्र दुनिया के सबसे बड़े हथियार परीक्षण इलाकों में से एक है। बोइंग ने भी कन्फर्म की है कि यह एक तरीके से वास्तविक हवा से हवा में मार करने वाला घातक परीक्षण होगा। यह ड्रोन खुद टारगेट को लॉक करेगा। यह ड्रोन एआईएम-120 से अपने टारगेट को मार गिराने की कोशिश करेगा। द वॉर जोन में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार यह इतिहास में पहली बार होगा जब कोई एआई श्रेणी का ड्रोन स्टील्थ, स्पीड और इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेजर के साथ वास्तविक लक्ष्य पर मिसाइल चलाएगा। यह उन देशों के लिए संदेश है जो यह सोचते हैं कि बेहतर फायटर जेट वाला देश ही सबसे ताकतवर होता है। भूत बॉट की सबसे बड़ी ताकत इसकी पूरी तरह मॉड्यूलर नोज सेक्शन है। जिसमें किसी भी प्रकार का सेंसर, रडार, हथियार नियंत्रण या इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर मॉड्यूल लगाया जा सकता है। यह बिना रेडार आॅन किए लक्ष्य की लोकेशन पता कर सकता है। यह इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग से भी प्रभावित नहीं होता है। स्टील्थ जेट्स और क्रूज मिसाइलों को ट्रैक कर सकता है। यह पूरी तरह साइलेंट हंटर की तरह काम कर सकता है। यानी इस ड्रोन को खोज निकालना दुश्मन के लिए लगभग असंभव होगा। अमेरिकी नौसेना भी एमक्यू-28 ड्रोन का मूल्यांकन कर रही है। यदि यह परीक्षण सफल हुआ तो पूरी दुनिया में इस मानव रहित हथियार को बनाने या इसे प्राप्त करने की होड़ मच जाएगा। इसके आने से दुनिया में युद्ध का स्वरूप ही बदल जाएगा।




