खतरनाक हुआ चक्रवाती तूफान मोथा, 110 किमी बताई जा रही स्पीड

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी में बना गहरे दबाव का क्षेत्र अब एक खतरनाक चक्रवाती तूफान में बदल चुका है। इस चक्रवात को मोंथा नाम दिया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने आज सुबह 2 बजकर 24 मिनट पर जारी बुलेटिन में इसकी जानकारी दी। इस तूफान की गति 110 किलोमीटर बताई जा रही है।
बंगाल की खाड़ी पर बना निम्न दबाव 

बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र और अधिक गहरा हो गया है। अब यह धीरे-धीरे पूर्वी तट की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार यह चक्रवाती तूफान 28 अक्टूबर की सुबह तक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में तबाही मचाएगा। इस दौरान हवा की स्पीड 110 किलोमीटर हो सकती है। मोंथा चक्रवाती तूफान के कारण आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु में 27 से 30 अक्टूबर तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, यह तूफान पोर्ट ब्लेयर से लगभग 620 किलोमीटर पश्चिम और चेन्नई से 780 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में है।  वहीं, मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 29 अक्टूबर तक समुद्र में न जाएं।
ओडिशा के 15 जिले होंगे प्रभावित 

मोंथा चक्रवाती तूफान से अन्य राज्यों के साथ ओडिशा के 15 जिले प्रभावित होंगे। आठ जिलों में बहुत तेज बारिश के साथ तेज हवाएं चलेंगी। मलकांगिरी, कोरापुट, नबरंगपुर, रायगढ़ा, गजपति, गंजाम, कंधमाल और कालाहांडी में रेड अलर्ट जारी है। इन जिलों में कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं। वहीं, 30 अक्टूबर तक सभी सरकारी स्कूल एवं  आंगनवाड़ी केंद्र बंद रहेंगे। इसी तरह आंध्र प्रदेश सरकार ने तटीय जिलों और रायलसीमा क्षेत्र में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों के साथ आपात बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिया कि आवश्यक सेवाओं में किसी भी तरह की रुकावट नहीं आनी चाहिए। स्कूल-कॉलेजों में छुट्टियां घोषित की जाएं। सीएम ने कहा कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को संवेदनशील जिलों में तैनात किया गया है। आंध्र प्रदेश के नागरिक आपूर्ति मंत्री एन मनोहर ने बैठक के बाद बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि सभी पेट्रोल पंपों, डीजल और एलपीजी आउटलेट्स में पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित किया जा रहा है। तटीय जिलों में जिला कलेक्टरों को खाद्यान्न की दूसरी खेप की जीपीएस ट्रैकिंग से छूट दी गई है। इससे आपूर्ति में देरी न हो। 
गुजरात में बेमौसम बारिश 


चक्रवाती तूफान से पहले गुजरात के कई इलाकों में बेमौसम बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है। पिछले 34 घंटों में नवसारी में सबसे अधिक 157 मिमी वर्षा हुई। इसके प्रभाव से अगले चार दिनों तक राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है।  प्रशासन ने किसानों और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। महाराष्ट्र के कई जिलों में बेमौसम बारिश की संभावना जताई गई है। मुंबई के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने 29 अक्तूबर तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। यहां 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है। इसी के तहत जिले के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। चेतावनी में कहा गया है कि बजली गिरने के खतरे से बचने के लिए खुले स्थानों पर न रहें और सुरक्षित जगह पर शरण लें। मौसम विभाग ने अरुणाचल प्रदेश में 29 और 30 अक्तूबर को मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारों की संभावना जताई है। इसके लिए कई क्षेत्रों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। विभाग ने यह भी बताया कि बृहस्पतिवार के बाद मौसम में धीरे-धीरे सुधार होने की संभावना है।