इजराइल ने अचानक लॉन्च की खतरनाक सैटेलाइट, 500 किमी की दूरी से देख लेगा छोटी चीज

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। इजराइल ने अचानक ऐसी सैटेलाइट लॉन्च की है जो 500 किलोमीटर की दूर से यह देख लेगी कि कहां पर क्या हो रहा है। यह एक जासूसी उपग्रह है। इसे ओफेक 19 नाम दिया गया है। यह रात के अंधेरे में भी रह छोटी से छोटी वस्तु को अपने कैमरे में कैद कर लेगी।
इजरायल ने अचानक लांच की राकेट 

रात के समय इजरायल ने अचानक एक राकेट लांच किया। ये कोई हमलावर रॉकेट नहीं, बल्कि स्पेस में जाने वाला रॉकेट था। बिना जानकारी दिए हुए इस लांचिंग ने लोगों के होश उड़ा दिए। कुछ देर के लिए लोग डर गए। बाद में पता चला कि ये हमला नहीं, बल्कि एक जासूसी सैटेलाइट को अंतरिक्ष में भेजने का मिशन था। बता दें कि तेल अवीव से करीब 15 किलोमीटर दूर पामाचिम एयरबेस से रात 10:30 बजे शावित रॉकेट छोड़ा गया। इसके जरिए ओफेक 19 नामक स्पाई सैटेलाइट को अंतरिक्ष में पहुंचाया गया। इस सैटेलाइट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि लांचिंग के बाद ही इसने तुरंत डेटा भेजना भी शुरू कर दिया है। इसकी मदद से इजराइल दुश्मन की हरकत पर नजर रख सकेगा और हर मूवमेंट की 24 घंटे उसे खबर रहेगी।

इस उपग्रह की लांलिग का ऐलान पहले से नहीं किया गया था। ऐसे में कई लोगों ने आसमान में जब चमक और धुएं को देखा तो उन्हें लगा मिसाइल दागी गई है। तेल अवीव और सेंट्रल इजरायल में लोगों के बीच हलचल मच गई। इस डर की वजह ईरान था जो पहले इजराइल कई बड़ी और घातक मिसाइलें दाग चुका है। वहीं इजराइल के रक्षा मंत्री काट्ज ने कहा कि आॅर्बिट में लांच किया गया नया जासूसी सेटेलाइट उसके दुश्मनों के लिए एक संदेश है। अब कि वे निरंतर निगरानी में हैं। काट्ज ने एक्स पर लिखा कि ओफेक 19 उपग्रह का प्रक्षेपण सर्वोच्च वैश्विक उपलब्धि है। कुछ ही देशों के पास ये क्षमताएं हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह हमारे सभी दुश्मनों के लिए भी एक संदेश है, चाहे वे कहीं भी हों, हम हर समय और हर परिस्थिति में आप पर नजर रख रहे हैं। ये सैटेलाइट इजराइल और ईरान के बीच 12 दिनों तक चले युद्ध के दो महीने बाद लांच किया गया है। इस दौरान इजराइल ने 1000 हजार किलोमीटर से ज्यादा दूरी से ईरान के परमाणु संयंत्रों पर हमला किया था। इसके बावजूद दावा किया जा रहा है ईरान का परमाणु संवद्धन कार्यक्रम सुरक्षित है। इसको लेकर इजरायल और अमेरिका की दुनिया भर में किरकिरी हुई थी। इन हालातों से सबक लेते हुए इजरायल ने इस उपग्रह को लांच किया है। विदेश मंत्री काट्ज का मानना है कि इस बार हमले में कोई गलती नहीं होगी। दुश्मनों पर सटीक हमला किया जाएगा। 

इस सैटेलाइट का निर्माण इजरायल की सेना के लिए किया गया है। इसकी खासियत है कि ये जमीन पर 50 सेंटीमीटर तक की छोटी चीजों की भी तस्वीर खींच सकता है। इसका मतलब है कि इसकी मदद से दुश्मन की गतिविधियों पर बेहद बारीकी से नजर रखी जा सकती है। ओफेक 19 की सबसे बड़ी ताकत ये है कि ये बादलों के बीच और अंधेरे में भी साफ तस्वीरें खींच सकता है। यही वजह है कि इसे न सिर्फ सेना की जासूसी बल्कि प्राकृतिक आपदाओं और पर्यावरण की निगरानी के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। बता दें कि इजराइल 1988 में अपने पहले ओफेक सेटेलाइट की तैनाती के साथ अंतरिक्ष शक्तियों के समूह में शामिल हुआ था। तब से अब तक इजराइल कई ऐसे सेटेलाइट लांच कर चुका है, जो उसे दुश्मन इलाकों की खुफिया तस्वीरें देते हैं। इसके अलावा इजराइल को अमेरिकी सेटेलाइट से भी मदद मिलती है।