गैंग बनाकर प्राइवेट कॉलेज की हिंदू लड़कियों के साथ हैवानियत 

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 1992 के कुख्यात अजमेर जैसा संगीन मामला सामने आया है। जिसने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी है। यहां गैंग बनाकर प्राइवेट कॉलेज में हिंदू लड़कियों के साथ हैवानियत की गई। पीड़िता ने रोंगटे खड़े कर देने वाली आपबीती सुनाई। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में यह ऐसा मामला है जिसे सुनकर और जानकर दिल दहल जाएगा। हिंदू युवतियों को गिरोह बनाकर प्रेमजाल में फंसाने और फिर हैवानियत के मामले में पीड़िता की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में रोंगटे खड़े कर देने वाली जानकारी सामने आई है। पीड़िता ने पुलिस को बताया है कि कैसे उसे और उसकी बहन के साथ मारपीट से लेकर गांजा पीने और मांस खाने तक के लिए मजबूर किया गया। इसके अलावा बुर्का पहनने और धर्मपरिवर्तन के लिए मजबूर किया गया। एफआईआर के अनुसार आरोपी फरहान न सिर्फ इस पीड़िता के साथ, बल्कि इसकी सगी छोटी बहन के साथ भी हैवानियत कर रहा था। जब सब्र का बांध टूट गया, तो पीड़िता ने मामले की एफआईआर दर्ज कराई।  इसमें उसके कई दोस्तों का भी हाथ रहा। इसमें अबरार का भी नाम आया है। उसने भी जबरदस्ती नशा करवा कर हैवानियत की। इस पूरे वाकये का वीडियो बना लिया। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने सुनियोजित तरीके से हिंदू लड़कियों को निशाना बनाया। पहले उन्हें प्रेम जाल में फंसाया गया। फिर उनके साथ हैवानियत कर वीडियो बनाए गए। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर दरिंदों ने पीड़िताओं की सहेलियों को भी अपना शिकार बनाया। पुलिस के अनुसार इस मामले का खुलासा तब हुआ जब बागसेवनिया थाने में 16 अप्रैल को एक युवती ने हिम्मत दिखाकर शिकायत दर्ज कराई। इस शिकायत के बाद उसी कॉलेज की दो अन्य छात्राओं ने भी इसी तरह की घटनाओं की शिकायत दर्ज कराई। कई अन्य ने बदनामी के डर से शिकायत दर्ज नहीं कराई है। पीड़िता के अनुसार इनकी संख्या दर्जनों से ज्यादा हो सकती है। संगठित गिरोह में पुलिस तीन थानों में 12 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर चुकी है। इनमें से छह गिरफ्तार किए जा चुके हैं। जबकि छह की तलाश जारी है। पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह में और भी मुस्लिम युवक शामिल होंगे। दो मुख्य आरोपियों, फराज खान और साहिल खान के फोन से कई लड़कियों के अश्लील वीडियो बरामद हुए हैं। जिससे इस गिरोह की करतूतों का और बड़ा खुलासा होने की आशंका है। मामले की गंभीरता को देखते हुए भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा ने एक विशेष जांच दल का गठन किया है। बता दें कि सभी आरोपी एक धर्म विशेष से ताल्लुक रखते हैं, जबकि पीड़ित लड़कियां हिंदू हैं।  यह तरीका 1992 के अजमेर हैवानियत कांड से हूबहू मिलता-जुलता है। अजमेर में 1992 में एक मुस्लिम गिरोह ने एक बड़े कॉलेज की हिंदू छात्राओं को प्रेम जाल में फंसाकर उसके साथ दुष्कर्म किया था। उनकी तस्वीरें खींच लीं। इसके बाद ब्लैकमेलिंग के जरिए उसकी सहेलियों को भी निशाना बनाया गया। दावा है कि अजमेर कांड में 100 से ज्यादा लड़कियां शिकार बनी थीं। उस मामले ने देश भर में सनसनी मचा दी थी।  कॉलेज से शुरू हुआ लव जिहाद का मामला इंदौर, पन्ना, बिहार और कोलकत्ता तक पहुंच गया है। अब इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सख्त कार्रवाई की बात कहीं है। बता दें कि डांस क्लास के जरिए गरीब हिंदू युवतियों को प्रेम का झांसा देकर लव जिहाद में फंसाने वाले साहिल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। ऐसे में दोनों युवक महंगे शौक, बड़े होटलों में युवतियों को खाना खिलाने, घुमाने ले जाने पर पैसे खर्च करते थे। यह पैसा कहां से आता था। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं इस गिरोह को लव जिहाद को बढ़ावा देने के कहीं से फंडिंग तो नहीं हो रही है। यह द केरला स्टोरी से मिलती-जुलती दर्दनाक दास्तां है। इस मामले में मुस्लिम महिलाओं की संलिप्तता भी सामने आई है। मुस्लिम महिलाएं और युवतियां हिंदू युवतियों का ब्रेनवॉश कर पहले उन्हें अपने भाइयों या मुस्लिम दोस्तों से मिलवाती थीं। उसके बाद उनके साथ रिश्ते बनाने के लिए उकसाती थीं।एक मुस्लिम महिला जोया तो अपने भाई शाहरुख खान और उसके दोस्तों के लिए हिंदू युवतियों को घर में दुष्कर्म के लिए पनाह देती थी। शाहरुख अभी तक मुस्लिम युवकों के इस संगठित गिरोह के मुख्य सरगना के तौर पर देखा जा रहा है।कुल मिलाकर देखा जाए तो यह ऐसा गंदा खेल है जिससे हर किसी को सावधान रहने की जरुरत है। ये लव जिहाद के भेड़िए किसी भी जगह और राज्य में हो सकते हैं।