भारतीय जासूसों से खौफ खाता पाकिस्तान!

नई दिल्ली। भारत के जासूस दुनिया भर में फैले हैं ऐसा बड़ा दावा अमेरिकी और आॅस्ट्रेलिया मीडिया ने किया है। अमेरिका के इस शिगूफे से पाकिस्तान घबरा गया है। पाकिस्तान इतना ज्यादा खौफ में है कि उसने संयुक्त राष्ट्र से मदद की गुहार लगाई है। 

जासूसों ने नाकामयाब की कई साजिशें

कई बार विदेशी ताकतों ने भारतीय खुफिया एजेंसियों का लोहा माना है। कई बार जासूसी एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार आतंकी साजिशों को नोकाम किया गया जा चुका है। साथ ही दुश्मन देशों की चाल को भी नाकामयाब किया गया है। इस बार जिस संदर्भ में भारतीय जासूसों की ताकत को पेश किया गया है वह महज आरोप हो सकते हैं यानी कोई गंभीरता नहीं हो सकती। बता दें कि अमेरिकी मीडिया में दावा किया गया था कि भारतीय खुफिया एजेंट ने अमेरिका की धरती पर खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या की साजिश रची थी लेकिन वह बच गया। अब इस रिपोर्ट के बाद पाकिस्तान खौफ में है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत का जासूसी नेटवर्क कई महाद्वीपों तक फैल गया है।
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पाकिस्तान ने उगला जहर


दूसरी ओर भारतीय जासूसों के बारे में अमेरिकी मीडिया के दावे के बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर से भारत के खिलाफ जहर उगला है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने भारत पर उसके देश में घुसकर पाकिस्तानी नागरिकों यानी आतंकियों को मारने का आरोप लगाया है। बलोच ने कहा कि देश के अंदर नागरिकों की जान लेने में भारतीय एजेंटों के शामिल होने का ठोस सबूत है। पाकिस्तानी प्रवक्ता ने आॅस्ट्रेलिया में एक कथित जासूसी नेटवर्क और अमेरिका मीडिया में खालिस्तानी आतंकी पन्नू का जिक्र किया। पाकिस्तान को डर लग रहा कि जब भारतीय जासूसों की उपस्थिति दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में है तो हम किस खेत की मूली हैं। इसी खौफ को लेकर वह भारत पर कई तरह के आरोप लगाकर जहर उगल रहा है।

पश्चिमी मीडिया की दोहरी नीति


बता दें कि भारत के खिलाफ अपनी दोहरी नीति रखने वाले पश्चिमी मीडिया ने कई आरोप लगाए थे। इनमें ब्रिटिश अखबार गार्डियन ने अपनी रिपोर्ट में कुछ ऐसा ही दावा किया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि पिछले 3 सालों में पाकिस्तान में कम से कम 20 भारत विरोधी आतंकियों की हत्या हुई है। अखबार ने इसके पीछे भारतीय खुफिया एजेंसियों के एजेंट का हाथ बताया था। हालांकि, इस बारे में कोई सबूत नहीं दिए गए थे। रिपोर्ट आने के बाद पाकिस्तान की बहुत बदनामी हुई थी। पाकिस्तान की सरकार और एजेंसियों को वहां की जनता ने ही आड़े हाथों लिया था। जिसके बाद से पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ था। अब अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट और आॅस्ट्रेलिया में कथित भारतीय जासूसी नेटवर्क की खबरों ने उसे एक बार फिर भारत के खिलाफ प्रोपेगैंडा फैलाने का मौका दे दिया है। अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या की कथित साजिश में रॉ के अधिकारी का नाम लिया था। बता दें कि इस रिपोर्ट को भारत ने गलत बताते हुए सख्ती से खारिज किया था।