अंतरिक्ष में घूम रहे हैं रहस्यमयी एलियन, अब एलन मस्क ने जताई बड़ी गड़बड़ी की आशंका 

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। अंतरिक्ष में एक नई खोज ने वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं दोनों को हिला दिया है। 3 आई एटलस को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि अंतरिक्ष में रहस्यमय एलियन घूम रहे हैं। इसको लेकर अब एलन मस्क ने बड़ी गड़बड़ की आशंका जताई है। उनके अनुसार इसका 1908 की तबाही से कनेक्शन हो सकता है।
नासा ने नई जानकारियां की साझा  

3 आई एटलस को लेकर नासा ने नई जानकारियां साझा की हैं। उनके अनुसार यह सूरज के चारों ओर घूम रहा था। यह गुरुत्वाकर्षण के अलावा कुछ और ताकत से प्रभावित भी हो रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह पृथ्वी के लिए इस समय कोई खतरा नहीं है लेकिन आने वाले दिनों में यह पृथ्वी को प्रभावित कर सकता है। यह 19 दिसंबर 2025 को धरती के सबसे करीब से गुजरेगा। इसकी अजीब हरकतों को लेकर अब खुद एलन मस्क तक चिंतित हो उठे हैं। मस्क ने जो रोगन के पॉडकास्ट में इस पर खुलकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कुछ तो गड़बड़ जरूर है। मस्क ने कहा कि अगर यह निकल से बनी कोई जहाज है तो बेहद भारी होगी। अगर यह धरती से टकराया तो पूरा महाद्वीप मिटा देगा। बता दें कि जुलाई में पहली बार खोजे गए इस आब्जेक्ट का व्यवहार किसी सामान्य धूमकेतु जैसा नहीं है। अब हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक एवी लोएब का दावा है कि यह एक एलियन प्रोब यानी परग्रही जांच यान हो सकता है। यह धरती का सर्वे कर रहा है। उन्होंने नासा पर यह आरोप भी लगाया कि वह इस आब्जेक्ट के बारे में अहम जानकारी छिपा रही है।
3 आई एटलस की दिशा असामान्य 

लोएब ने आगे कहा कि 3 आई एटलस की दिशा असामान्य है। यह हर सेकंड करीब चार ग्राम निकल उत्सर्जित कर रहा है। वहीं उसमें आयरन यानी लोहे का कोई निशान नहीं है। यह किसी भी ज्ञात धूमकेतु के लिए असंभव सी बात है। वैज्ञानिकों के अनुसार इसका मार्ग भी सामान्य नहीं है। यह जुपिटर, वीनस और मंगल के बेहद पास से गुजरने वाला है। इसके बाद यह धरती के समीप से गुजरेगा। 29 अक्टूबर 2025 को सुबह 7 बजकर मिनट पर यह सूरज के सबसे करीब पहुंचा। यहां कुछ जादू जैसा हुआ। इसकी चमक अचानक 16 गुना बढ़ गई। रंग ज्यादा नीला हो गया। सामान्य धूमकेतु सूरज के पास पहुंचने पर लाल हो जाते हैं क्योंकि धूल निकलती है, लेकिन यह नीला हो गया। खगोल वैज्ञानिक अवि लोएब ने इसे ब्रेकिंग न्यूज बताया। उन्होंने पाया कि धूमकेतु बाहर की तरफ के अलावा बगल की तरफ भी धक्का मार रहा है। इन सभी कारणों से इसके एलियन होने की प्रबल संभावना है। 
1908 की टंगुस्का घटना से कनेक्शन

वैज्ञानिकों ने इस रहस्यमयी आब्जेक्ट को 1908 की टंगुस्का घटना से भी जोड़ना शुरू कर दिया है। बता दें कि इस सन में के साइबेरिया इलाके में एक विशाल विस्फोट ने लगभग 80 मिलियन पेड़ों को नेस्तनाबूद कर दिया था। उस घटना की वजह से आज तक यह जगह पूरी तरह साफ नहीं हो पाई। कई वैज्ञानिकों का मानना है कि वह भी किसी अज्ञात इंटरस्टेलर आब्जेक्ट की टक्कर थी। मस्क और लोएब दोनों के बयान से एक बात तो साफ है कि 3 आई एटलस साधारण अंतरिक्ष पिंड नहीं है। यह एक ऐसा आब्जेक्ट है जो हमारी वैज्ञानिक समझ को चुनौती दे रहा है। दूसरी तरफ, स्पेसएक्स की सैटेलाइट नेटवर्क स्टारशील्ड से आ रहे रहस्यमय सिग्नल्स ने भी रहस्य को और गहरा दिया है।