जनप्रवाद ब्यूरो नई दिल्ली। पीएम मोदी बिहार के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने बिक्रमगंज से 48500 करोड़ की योजाओं की सौगात दी। इस सौगात से बिहार के 22 विधानसभा सीटों पर साफ असर दिखेगा। वहीं उन्होंने बिहार चुनाव के दौरान टिकट बंटवारे की लकीर भी खींच दी। साथ ही बागियों को बड़ा संदेश दिया। उन्होंने पटना में सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों से कहा कि राजनीति में जमींदारी प्रथा नहीं होनी चाहिए।
रिमोट बटन दबाकर परियोजनाओं की शुरूआत
पीएम मोदी ने बिहार के बिक्रमगंज से प्रदेश को 48 हजार 500 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं की सौगात दी। इन योजनाओं में हाईवे, रेलवे और बिजली से जुड़े प्रोजेक्ट शामिल हैं। पीएम मोदी ने रिमोट बटन दबाकर इन परियोजनाओं की शुरूआत की। उन्होंने बिहार के लोगों को प्रणाम करते हुए अपना भाषण शुरू किया। उन्होंने भोजपुरी भाषा से अपने भाषण की शुरूआत की। उन्होंने जनता को हाथ जोड़कर प्रणाम किया। कहा कि आज मुझे इस पवित्र भूमि पर बिहार के विकास को गति देने का सौभाग्य मिला। यहां करीब 50 हजार करोड़ की विकास योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ। आपके इस प्यार और स्नेह को मैं सिर आंखों पर रखता हूं। इतनी बड़ी तादात में माताओं और बहनों का आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। मैं माता और बहनों को विशेष प्रणाम करता हूं।
पीएम मोदी की रैली को लेकर लोगों में उत्साह
पीएम मोदी की रैली को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा गया। बीजेपी को उम्मीद है कि इस रैली से पार्टी को चुनाव में फायदा होगा। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बिक्रमगंज रैली के जरिए पीएम मोदी शाहाबाद क्षेत्र की 22 विधानसभा सीटों पर ध्यान केंद्रित किया है। इन सीटों में कैमूर, रोहतास, बक्सर और भोजपुर जिले शामिल हैं। पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में बीजेपी और एनडीए को इन सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। पीएम मोदी ने नेताओं से कहा कि वे जनता के बीच जाएं और सरकार की योजनाओं के बारे में बताएं। उन्होंने कहा कि हमें जनता का विश्वास जीतना है। साथ ही बिहार में विकास की गति को और तेज करना है।
पदाधिकारियों के साथ की बैठक
चुनावी राज्य बिहार के दौरे के समय पीएम मोदी ने प्रदेश कार्यालय में सांसदों, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। यह बैठक पटना स्थित बिहार बीजेपी के कार्यालय में करीब 70 मिनट तक चली। इस बैठक में पीएम मोदी ने नेताओं से संवाद किया। साथ ही आगामी बिहार चुनाव में जीत का मंत्र दिया। पीएम मोदी ने नेताओं को बीजेपी की अब तक की यात्रा और पूर्वजों के बलिदान को याद रखने की नसीहत दी। उन्होंन विधानसभा चुनाव से पहले टिकट बंटवारे को लेकर भी स्पष्ट लकीर खींच दी। बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ने इस बैठक में बागियों को बड़ा संदेश दिया। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग चुनाव आता है, तो दूसरे दल में चले जाते हैं और फिर लौट के वापस अपनी पार्टी में चले आते हैं। ऐसे लोगों का महत्व घट जाता है। उन्होंने चुनाव में अपने बेटे या परिवार के लोगों के लिए टिकट की चाह रखने वालों को भी स्पष्ट संदेश दे दिया। पीएम मोदी ने कहा कि राजनीति में परिवारवाद नहीं होना चाहिए। जमींदारी प्रथा नहीं होनी चाहिए। आप नहीं तो आपके पुत्र, यह नहीं होना चाहिए। उन्होंने टिकट बंटवारे में कार्यकर्ताओं को तरजीह देने की बात कही और सवालिया अंदाज में मौजूद नेताओं से यह भी कहा कि कार्यकर्ता मेहनत क्यों करता है? उसे मेहनत का फल क्यों नहीं मिलना चाहिए?
नेताओं के लिए खींच दी लकीर
बैठक के दौरान पीएम मोदी ने टिकट की दावेदारी कर रहे नेताओं को लेकर लकीर खींच दी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर ताकत बन चुकी है। जिसकी ताकत ज्यादा होगी उसकी टिकट की दावेदारी होगी। नेताओं और कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया पर एक्टिव होना चाहिए। जो भी नेता टिकट चाहते हैं, सोशल मीडिया पर उनके कम से कम 50 हजार से अधिक फॉलोवर बनाएं।