जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। अंतरीक्ष में पहली बार ऐसी घटना हुई है जिसे देखकर दुनिया भर के वैज्ञानिक हैरान हैं। वैज्ञानिकों ने पहली बार निष्क्रिय ब्लैक होल को सक्रिय होते देखा है। यह खोज न केवल ब्लैक होल की वृद्धि और आकाशगंगाओं के विकास को समझने में मदद करेगी, बल्कि खगोलीय मॉडल्स को भी बेहतर बनाएगी।
खगोल विज्ञान में ऐतिहासिक घटना
खगोल विज्ञान में एक ऐतिहासिक घटना हुई है। 300 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर एसडीएसएस1335 प्लस 0728 नाम की आकाशगंगा में एक सुपरमैसिव ब्लैक होल है। यह 20 साल से सो रहा था। यह अचानक सक्रिय हो गया। यह पहला मौका है जब वैज्ञानिकों ने रियल-टाइम में किसी निष्क्रिय ब्लैक होल को सक्रिय होते देखा है। इस ब्लैक होल का द्रव्यमान हमारे सूरज से 10 लाख गुना ज्यादा है। यह अब इतनी तेजी से चमक रहा है कि वैज्ञानिक हैरान हैं। अब यह तारों को खाने को आतुर दिख रहा है।
कई सालों से सामान्य और शांत
बता दें कि एसडीएसएस 1335 आकाशगंगा वर्गो नक्षत्र में स्थित है। यह कई सालों से सामान्य और शांत थी। अचानक देखा गया कि इसकी चमक बढ़ने लगी है। वैज्ञानिकों ने यूरोपियन सदर्न आब्जर्वेटरी के वेरी लार्ज टेलीस्कोप और अन्य उपकरणों से इसका अध्ययन किया। इसके बाद इसके चौंकाने वाले थे नतीजे सामने आए। जहां सुपरमैसिव ब्लैक होल है वहां अल्ट्रावायलेट, आप्टिकल और इन्फ्रारेड तरंगें अचानक चमकने लगी। फरवरी 2024 तक ब्लैक होल ने रे उत्सर्जन शुरू कर दिया। यह इसकी असाधारण गतिविधि का संकेत है। यह ब्लैक होल अब आसपास की गैस को खा रहा है। साथ ही टूटे तारों के टुकड़ों को भी निगलता जा रहा है। जिससे एसडीएसएस1335 आकाशगंगा एक सक्रिय गैलेक्टिक न्यूक्लियस बन गई है।
आमतौर पर सुपरमैसिव ब्लैक होल निष्क्रिय
वैज्ञानिकों का कहना है कि आमतौर पर सुपरमैसिव ब्लैक होल निष्क्रिय रहते हैं। साथ ही वे अदृश्य होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे पर्याप्त गैस या पदार्थ नहीं खाते। जब वे सक्रिय होते हैं तो वे भारी मात्रा में ऊर्जा और प्रकाश छोड़ते हैं। बता दें कि पाउला सांचेज साएज, इस अध्ययन की प्रमुख लेखिका हैं। उनका कहना है कि 20 साल तक शांत रहने वाली इस आकाशगंगा का अचानक चमकना एक अनोखी घटना है। यह ब्लैक होल के व्यवहार को समझने का दुर्लभ मौका है। यह पहली बार है जब वैज्ञानिकों ने ब्लैक होल को जागते देखा है। यह खोज एस्ट्रोनॉकी और एस्टोफिजिक्स जर्नल में प्रकाशित हुई है।
आसपास की गैस को खारा ब्लैक होल
यह ब्लैक होल अब आसपास की गैस को खींचकर एक एक्रिशन डिस्क बना रहा है। जो गर्म होकर चमक पैदा करती है। चमक इतनी तीव्र है कि यह सामान्य आकाशगंगाओं से अलग दिख रही है। वैज्ञानिक यह भी जांच रहे हैं कि क्या यह एक टाइडल डिसरप्शन इवेंट हो सकता है। जिसमें ब्लैक होल किसी तारे को नष्ट कर देता है। पाउला सांचेज साएज कहती हैं कि यह आकाशगंगा हमें ब्लैक होल की वृद्धि और विकास के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दे रही है। भविष्य के उपकरण इस रहस्य को और सुलझाएंगे। यह बहुत दुर्लभ है। सामान्य तौर पर, ब्लैक होल की सक्रियता को लाखों साल बाद देखा जाता है। यह पहली बार है जब इसे रियल-टाइम में देखा गया है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह खोज ब्लैक होल के व्यवहार को समझने में क्रांतिकारी साबित होगी।