भारत-अमेरिका के सुधरेंगे रिश्ते, ट्रंप-मोदी में हुई सकारात्मक वार्ता

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। पीएम मोदी का 75वां जन्मदिन भारत के लिए शुभ रहा। तीन महीने बाद पीएम मोदी और ट्रंप के बीच बातचीत हुई। इसमें एक ओर जहां ट्रंप ने पीएम मोदी को जन्मदिन की बधाई देते हुए रूस-यूक्रेन युद्धविराम पर समर्थन के लिए आभार जताया। वहीं पीएम मोदी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि भारत-अमेरिका की साझेदारी को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। इसी बीच भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता वार्ता सकारात्मक रूप लेने लगी है।
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर साझा किया बयान

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मैंने अपने दोस्त पीएम मोदी से अभी फोन पर बात की। उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा कि पीएम मोदी बहुत ही शानदार काम कर रहे हैं। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रुकवाने में आपके समर्थन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि जन्मदिन पर बधाई देने के लिए शुक्रिया मेरे मित्र डोनाल्ड ट्रंप। आपकी तरह मैं भी भारत-अमेरिका की समग्र और वैश्विक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में आपके प्रयासों का पूरा समर्थन करते हैं।
ट्रंप और मोदी के बीच सीधी बातचीत 

 

बता दें कि ट्रंप और मोदी के बीच सीधी बातचीत तीन महीने के बाद हुई है। 17 जून को कनाडा में जी-7 की बैठक के बाद दोनों नेताओं में फोन पर 35 मिनट तक बात हुई थी। इस दौरान पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया था कि पाकिस्तान से युद्ध विराम अमेरिका के कारण नहीं, बल्कि पाकिस्तान के आग्रह पर हुआ था। इसमें किसी तीसरे पक्ष का कोई दखल नहीं था। इसके बाद जुलाई में ट्रंप ने भारत पर पहले 25 प्रतिशत फिर अगस्त में 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया। इससे दोनों देशों के रिश्तों में तनाव आ गया था।
बंद व्यापार वार्ता भी शुरू 

दूसरी ओर भारत-अमेरिका के बीच बंद व्यापार वार्ता भी शुरू हो गई है। ट्रंप प्रशासन ने भारत के कृषि और डेयरी क्षेत्र को खोलने के मामले में भी रुख नरम कर लिया है। अब इन दोनों क्षेत्रों को पूरी तरह खोलने के बदले सिर्फ अमेरिका मक्का और प्रीमियम गुणवत्ता का पनीर भारत को बेचने पर जोर दे रहा है। अमेरिकी सहायक व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच ने भारतीय वाणिज्य मंत्रालय के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल से द्विपक्षीय व्यापार वार्ता को आगे बढ़ाने पर चर्चा की। बातचीत को दोनों ही पक्षों ने सकारात्मक करार दिया। इसमें कहा गया कि आगे के चरण की वार्ता की रूपरेखा तय की गई है। यह भी कहा गया कि दोनों पक्षों के लिए लाभकारी व्यापार समझौते को शीघ्र संपन्न करने का प्रयास तेज किया जाएगा। इन बातों से साफ नजर आ रहा है कि व्यापार वार्ता को अंतिम रूप देने के लिए अमेरिका ने अब व्यावहारिक रुख अपना लिया है। दोनों देशों के वातार्कारों के बीच हुई बैठक में व्यापार वार्ता के छठे चरण की शुरुआत की उम्मीद बंधी है।
नरमी के पीछे की सबसे बड़ी  वजह

अमेरिका की इस नरमी के पीछे की सबसे बड़ी वजह चीन है। बता दें कि अमेरिकी मक्का का सबसे बड़ा खरीददार चीन है। टैरिफ विवाद के बाद चीन ने ब्राजील समेत अन्य ब्रिक्स देशों से मक्का आयात शुरू कर दिया। इससे अमेरिका के मक्का उत्पादक किसानों में ट्रंप के प्रति नाराजगी बढ़ गई है। अमेरिका चाहता है कि भारत इथेनॉल बनाने के लिए उसका मक्का इस्तेमाल करे। वहीं, पीएम मोदी के चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन संग नजदीकियों ने भी अमेरिका का रुख बदल दिया। दूसरी ओर अमेरिकी टीम के साथ सकारात्मक चर्चा के बाद आज शुरुआती कारोबार में तेजी देखी गई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 262.74 अंक बढ़कर 82,643 पर पहुंच गया। वहीं एनएसई निफ्टी 85 अंक बढ़कर 25,324 के स्तर पर आ गया।