देश-दुनिया का 03 मई का इतिहास

इतिहास के पन्नों में हर दिन किसी न किसी खास घटना से जुड़ा होता है। ऐसे में 03 मई के दिन भी कई बड़ी घटनाओं ने देश और दुनिया पर अपनी छाप छोड़ी। आज के दिन 1913 में पहली भारतीय फीचर फिल्म राजा हरिश्चन्द्र का प्रदर्शन मुंबई में किया गया था। देश-दुनिया के इतिहास में 03 मई की तारीख पर दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है।
1-
1660 : स्वीडन, पोलैंड और आस्ट्रिया ने ओलिवा शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
2-
1764 : अंग्रेजों की सेना ने बंगाल के नवाब मीर कासिम को हराया था।
3-
1765 : फिलाडेल्फिया में पहला अमेरिकी मेडिकल कॉलेज खोला गया था।
4-
1845 : चीन के कैंटन में एक थियेटर में आग लगने से 1600 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी।
5-
1897 : भारतीय राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ और पूर्व रक्षा मंत्री वी. के. कृष्ण मेनन का जन्म हुआ था।
6-
1913 : पहली भारतीय फीचर फिल्म राजा हरिश्चन्द्र का  मुंबई में प्रदर्शन किया गया था। 
7-
1919 : अमेरिका में पहली यात्री उड़ान न्यूयार्क और अटलांटिक सिटी के बीच संचालित की गई थी।
8-
1939 : नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने आल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की थी।
9-
1961 : कमांडर एलन शेपर्ड अंतरिक्ष में जाने वाले पहले अमेरिकी यात्री बने थे।
10-
1965 : कंबोडिया ने अमेरिका के साथ राजनयिक संबंध समाप्त किए थे।
11-
1969 : भारत के तीसरे राष्ट्रपति जाकिर हुसैन का निधन हुआ था।
12-
1981 : भारतीय फिल्मों की जानी-मानी अदाकारा नरगिस का निधन हुआ था।
13-
1989 : देश के पहले 50 किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र का हरियाणा में शुभारंभ हुआ था।
14-
1993 : संयुक्त राष्ट्र संघ ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाने की घोषणा की थी।
15-
1998 : यूरो को यूरोपीय मुद्रा के रूप में स्वीकार किया गया था।
16-
2006 : पाकिस्तान और ईरान ने द्विपक्षीय गैस पाइप लाइन करार पर हस्ताक्षर किए थे। 
17-
2008 : टाटा स्टील लिमिटेड को ब्रिटेन में कोयला खनन का पहला लाइसेंस मिला था।
18-
2008 : पाकिस्तानी जेल में सजा काट रहे भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की फांसी टली थी।
19-
2013 : चीन में डायनासोर का लगभग 16 करोड़ साल पुराना जीवाश्म मिला था।
20-
2016 : कनाडा के अल्बर्टा में भीषण आग लगने से करीब 80 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। इस दौरान अरबों डॉलर की संपत्ति का नुकसान हुआ था।
21-
2019 : ओडिशा में फानी तूफान के कहर से 33 लोगों की जान चली गई थी।