ब्लैक होल्स को लेकर अब तक का सबसे बड़ा खुलासा 

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने ब्लैक होल्स को लेकर अब तक का सबसे बड़ा और बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है। वैज्ञानिकों के अनुसार स्पेस का ये शैतान ग्रहों के पेट में घुसकर उन्हें खा सकता है।वैज्ञानिक का मानना है कि ये ब्लैक होल्स धरती से लेकर ग्रहों की गहराई में पाए सकते हैं। हाल ही में सामने आई रिसर्च वैज्ञानिकों ने अनुमान जाहिर किया है कि ब्लैक होल्स जमीन के अंदर भी हो सकते हैं। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि ब्लैक होल्स किसी के ग्रह के अंदर पाए जा सकते हैं। ऐसे में वे उसे घुसकर उसको खाना शुरू कर देता है। बता दें कि वैज्ञानिकों के लिए ब्लैक होल्स यानी काले गड्ढे हमेशा रहस्यसमय विषय रहे हैं। साथ ही आदिम ब्लैक होल्स और भी ज्यादा दिलचस्प हैं, क्योंकि यह होल्स किसी अन्य होल्स की तरह किसी मरते हुए तारे से नहीं बल्कि उसी समय बने थे जब ब्रह्मांड की शुरूआत हुई थी। कहा जाता है कि ये तब बने जब ब्रह्मांड कुछ हिस्से इतने घने हो गए कि वे अपनी ही गुरुत्वाकर्षण शक्ति से ढह गए। ब्लैक होल्स को खोजने, जांचने परखने की एक रिसर्च में सामने आया है कि ये ब्लैक होल्स धरती के अंदर ही मौजूद हो सकते हैं। वे पृथ्वी की गहराई, यानी मेंटल के अंदर हो सकते हैं। साथ ही किसी पत्थर के आर-पार भी हो चुके हो सकते हैं। यह रिसर्च अमेरिका की यूनिवर्सिटी एट बफेलो और ताइवान की नेशनल डोंग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने की है। जिसमें बताया गया है कि ये ब्लैक होल्स ग्रहों, उल्कापिंडों के भी अंदर भी हो सकते है। वैज्ञानिक देजान स्टॉइकोविच और दे-चांग डाई ने दो तरीकों से इसे संभव बताया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक पहला तरीका ये है कि अगर किसी ग्रह या उल्कापिंड का कोर यानी अंदरूनी हिस्सा पिघला हुआ है, तो ब्लैक होल उसके अंदर फंस सकता है। धीरे-धीरे उस ग्रह को अंदर से खत्म कर सकता है। समय के साथ ऐसा ग्रह खोखला हो जाएगा और सिर्फ उसका बाहरी खोल ही बचेगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक सिर्फ छोटे ग्रह का दसवां हिस्सा ही ऐसी हालत में लंबे समय तक टिक सकते हैं।  दूसरे तरीके में ये ब्लैक होल्स ऐसे ग्रहों में भी घुस सकते हैं जिनका कोर ठोस हो। वे इतनी तेजी से चलते हैं कि किसी चट्टान को चीरते हुए बहुत पतली सुरंग बना सकते हैं। ये सुरंगें लाल रक्त कोशिका से भी पतली होती हैं और अरबों सालों तक बनी रह सकती हैं। पुराने पत्थरों या धातु की बड़ी चट्टानों में ऐसी सुरंगों को तलाशा जा सकता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि पृथ्वी के भीतर ब्लैक होल होने संभावना महज 2 फीसदी है। धरती बहुत बड़ी है और अगर वो अंदर से खोखली होती, तो वह ढह जाती। इस पर फिलहाल शोध जारी है। ऐसे में पृथ्वी के भीतर इसके होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में वैज्ञानिकों का मानना है कि यह स्थ्ति बेहद खतरनाक हो सकती है।