दुश्मन देश के लिए जासूसी करने वालों पर एक्शन

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। आपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय खुफिया एजेंसियों ने आपरेशन मीर जाफर शुरू किया। जिसमें पाकिस्तान को जानकारी भेजने वालों की पहचान कर गिरफ्तारियां की गई। इन पर भारत में रहकर पड़ोसी मुल्क को गुप्त सूचना देने पर यह एक्शन हुआ । इनमें सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर से लेकर छात्र, व्यापारी से गार्ड तक शामिल पाए गए। इसमें सबसे ज्यादा चर्चित नाम यूटयृबर ज्योति मल्होत्रा का नाम शामिल रहा।
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आपरेशन मीर जाफर


भारत की सेना जब आपरेशन सिंदूर में अपने पराक्रम से पाकिस्तान को दहला रही थी, तब कई गद्दार दुश्मनों को खुफिया जानकारी भेज रहे थे। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने भारत यूट्यूब ब्लॉगर, सिक्युरिटी गार्ड, स्टूडेंट और ड्रग्स पैडलर को हथियार बनाया था। इनको पकड़ने के लिए खुफिया एजेंसियों ने आॅपरेशन मीर जाफर शुरू किया। इससे मई महीने में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से ऐसे 12 पाकिस्तानी जासूस पकड़े जा चुके हैं, मगर सबसे अधिक चर्चा यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की हो रही है । जांच एजेंसियों के रडार पर अभी कई लोग भी है, जिनका इन एजेंटों से कनेक्शन सामने आया है। गौरतलब है कि अब तक इन मामलों में जो लोग गिरफ्तार हुए हैं, उनमें से पांच हरियाणा से हैं। वहीं, 6 पंजाब से गिरफ्तार किए गए। इस कथित जासूसी नेटवर्क से जुड़े एक शख्स को उत्तर प्रदेश से भी गिरफ्तार किया गया है। 

ज्योति से जुड़े जासूसी के तार 


दुनिया भर में महिला जासूसों के कई किस्से मशहूर हैं। इतिहास में कई महिला मशहूर जासूस हुई, जिन्हें आज भी याद किया जाता है। ऐसी ही एक प्रसिद्ध महिला जासूस थीं जिनका नाम माता हारी था। उन्हें दुनिया की सबसे खतरनाक महिला जासूसों में गिना जाता है। हसीन चेहरों के पीछे राज को निकलवाना मुश्किल होता है। महिला जासूस देखने मे जितनी सुंदर होती हैं चेहरे पीछे उनके इरादे उतने खतरनाक होते हैं। ऐसे ही पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार हुई हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के मामले ने पूरे देश में सनसनी फैला दी। जासूसी मामले की कलई हरियाणा से इन्फ्लुएंसर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी से खुलनी शुरू हुई। हिसार पुलिस ने ज्योति की गिरफ्तारी के बाद खुलासा किया था कि देश के इन्फ्लुएंसर चंद फायदों के लिए युवाओं को बहकाने का प्रयास कर रहे हैं।  यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को 16 मई को हिसार से गिरफ्तार किया गया। ज्योति ‘ट्रैवल विद जेओ’ नाम से एक चैनल चलाती है। इसके 3.7 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। उसके वीडियो में इंडियन गर्ल इन पाकिस्तान औ इंडियन गर्ल एक्सप्लोरिंग लाहौर जैसे टाइटल हैं। वह पाकिस्तानी एंबेसी के अधिकारी दानिश के संपर्क में थी। आईएसआई उसका इस्तेमाल पाकिस्तान के लिए नरैटिव बनाने में किया। उसने पहलगाम हमले के 3 महीने पहले कश्मीर की यात्रा भी की थी। पुलिस के अनुसार, वह 2023 में पाकिस्तान हाई कमीशन में वीजा के लिए अप्लाई करते समय दानिश से मिली थी। 

पैसों की लालज में किया गंदा काम


करीब तीन साल पहले उसने अपना यूट्यूब चैनल बनाया। शुरूआत में वीडियोज पर व्यूज ज्यादा नहीं आते थे। ट्रैवल व्लॉगिंग के दौरान ही उसका संपर्क दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मी अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुआ और जासूसी के जाल में फंस गई।  दानिश ने ज्योति को भारत में जासूसी के लिए तैयार करना शुरू किया। आईबी के इनपुट के अनुसार, ज्योति दो बार दिल्ली से सिख जत्थे बंदी के साथ व एक बार अकेली करतारपुर साहिब गुरुद्वारा दर्शन करने पाकिस्तान जा चुकी है। पाकिस्तान में दानिश के कहने पर ज्योति उसके जानकार अली अहवान से मिली। अली अहवान ने ज्योति के ठहरने व घूमने का प्रबंध करने के साथ उसकी मुलाकात पाकिस्तानी इंटेलीजेंस के अधिकारियों से कराई। ज्योति ने पुलिस को बताया कि दानिश के कहने पर वह पाकिस्तानी इंटेलीजेंस आॅपरेटिव (पीआईओ) के शाकिर उर्फ राणा शाहबाज से मिली और उसका मोबाइल नंबर भी लिया।

एजेंसियों ने दबोचा
ज्योति हाई प्रोफाइल पार्टियों में बड़े लोगों से जान पहचान बनाने का प्रयास करती थी। ज्योति ने अपने चैनल के माध्यम से पाकिस्तान की सकारात्मक छवि दिखाने वाले वीडियो बनाए। इतना ही नहीं ज्योति के चैनल पर एक वीडियो और था, जिसमें वह दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में आयोजित इफ्तार पार्टी में दानिश और उनकी पत्नी के साथ मुलाकात कर रही है। वीडियो में ज्योति आयोजन की भव्यता की तारीफ करती हुई दिखाई दे रही है। साथ ही बार-बार पाकिस्तान की यात्रा करने और वीजा प्राप्त करने की इच्छा भी जताती है। बता दें कि इसी दानिश को पहलगाम हमले के बाद 13 मई 2025 को भारत सरकार ने गलत गतिविधियों के लिए पसोर्ना नॉन ग्राटा (अवांछित) घोषित किया  गया था। उसे 24 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया था। ज्योति ने इस पार्टी में चीन के अधिकारियों से भी मुलाकात की थी। इस पार्टी के बाद से ही ज्योति एजेंसियों की रडार पर थी। यहां से सामने आया कि ज्योति पाकिस्तान इंटेलिजेंस आॅपरेटिव (पीआईओ) से जुड़े कुछ लोगों के संपर्क में थी।
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पंजाब से कुल 6 जासूस गिरफ्तार


यह जासूसी नेटवर्क उत्तरी राज्यों में चल रहा था। आईएसआई ने अपने प्यादों की पहलगाम में हुए आतंकी हमले और सेना के आॅपरेशन सिंदूर के दौरान अलग-अलग टास्क दे रखे थे। आईएसआई ने अपने मिशन में ऐसे लोगों को शामिल किया था, जो चंद पैसे के लिए कुछ भी कर सकते थे। सबसे पहले 4 मई को अमृतसर से फलकशेर मसीह और सूरज मसीह को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने सेना की छावनियों और पाकिस्तान सीमा के पास के एयरबेस की तस्वीरें और डिटेल करक एजेंटों को दी थी। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि ये दोनों हरप्रीत सिंह उर्फ पिट्टू उर्फ हैप्पी के जरिये पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के प्यादे बने थे। इन दोनों के बाद पंजाब से चार और जासूस पकड़े गए।

हनीट्रैप, पैसों का लालच में बने गद्दार


11 मई को मालेर कोटला से गजाला और यामीन मोहम्मद को पकड़ा गया। वीजा बनाने के सिलसिले में गजाला की मुलाकात दानिश से हुई थी। दानिश ने उससे शादी का वादा किया था। गजाला का काम आईएसआई एजेंटों तक पैसे पहुंचाना था। यामीन मोहम्मद यूपीआई के जरिये पैसे भेजता था। गजाला ने कबूल किया है कि उसने पैसों के लिए दानिश को जानकारी दी थी। उसे दो किस्तों में 30 हजार रुपये मिले थे। 13 मई को गुरदासपुर से सुखप्रीत सिंह और करनबीर सिंह को भी पकड़ा गया। इन दोनों ने आॅपरेशन सिंदूर के दौरान सैनिकों की गतिविधियों और पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के स्ट्रैटिक लोकेशन की जानकारी लीक की थी। गिरफ्तारियों के दौरान हथियार और इलेक्ट्रॉनिक सबूत भी बरामद हुए हैं। गुरदासपुर के एसएसपी आदित्य के अनुसार जांच के दौरान यह भी पता चला कि वे पहले ड्रग तस्करी में शामिल थे। इसी वजह से वे आईएसआई एजेंटों के संपर्क में आए।
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हरियाणा में पांच में से एक स्टूडेंट 


इस आपरेशन के दौरान हरियाणा से पांच लोग पकड़े गए। 15 मई को हरियाणा के पानीपत से 24 साल के नौमान इलाही को गिरफ्तार किया गया। मूल रूप से यूपी का रहने वाला इलाही पाकिस्तान को जानकारी दे रहा था। पुलिस के अनुसार, वह एक आईएसआई एजेंट के संपर्क में था। इसके अगले दिन 16 मई को पुलिस ने कैथल से 25 साल के देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया। कैथल की एसपी आस्था मोदी के अनुसार पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले देवेंद्र ने नवंबर 2023 में पाकिस्तान की यात्रा की थी। जांच में पता चला कि वह चार पाकिस्तानी एजेंटों के संपर्क में था, जिनमें एक महिला भी थी। उन्होंने बताया कि इस केस में हनीट्रैप की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

यूपी से आईएसआई का एजेंट गिरफ्तार


हरियाणा पुलिस ने नूंह से 26 साल के अरमान और एक स्थानीय नीम-हकीम मोहम्मद तारिफ को भी जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है। तारीफ पर एक पाकिस्तानी अधिकारी को सिम कार्ड देने का आरोप है। उसने पाकिस्तान जाने की बात कबूल की है। इसके अलावा यूपी के रामपुर से शहजाद को स्पेशल टास्क फोर्स ने गिरफ्तार किया है। शहजाद भी आईएसआई एजेंटों को संवेदनशील जानकारी दे रहा था। वह कॉस्मेटिक्स और मसालों जैसी चीजों की सीमा पार तस्करी में भी शामिल था।