दुश्मनों की पनडुब्बियों को पानी में तबाह कर देगा आईएनएस एंड्रोथ 

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। भारतीय नौसेना के लिए आज बड़ा दिन है। दुश्मनों की पनडुब्बियों को पानी में तबाह कर देने वाला आईएनएस एंड्रोथ आज नौसेना का हिस्सा बनने जा रहा है। इंडियन नेवी का ये सिकंदर काफी दमदार माना जा रहा है। ऐसे में आइए इसकी ताकत और खासित के बारे में विस्तार से जानते हैं। भारतीय नौसेना अपने स्वदेशी निर्माण कार्यक्रम के तहत आईएनएस एंड्रोथ को कमीशन करने जा रही है। यह भारतीय नौसेना का दूसरा एंटी-सबमरीन वॉरफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट है। इसे नेवल डॉकयार्ड, विशाखापत्तनम में एक भव्य समारोह में नौसेना में शामिल किया जाएगा। इस अवसर पर पूर्वी नौसेना कमान के कमांडर-इन-चीफ वाइस एडमिरल राजेश पेंढारकर उपस्थित रहेंगे।  आईएनएस एंड्रोथ का कमीशन होना भारतीय नौसेना की युद्धक क्षमता में वृद्धि और स्वदेशीकरण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। देखा जाए तो  हाल के महीनों में नौसेना के बेड़े में कई अत्याधुनिक युद्धपोत शामिल हुए हैं। इनमें अर्नाला, निस्तार, उदयगिरि, नीलगिरि शामिल हैं। यह युद्धपोत अपनी खूबियों के कारण सबसे अलग है। इसके नौसेना में शामिल होने से भारत की समुद्री शक्ति और तकनीकी दक्षता में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी।
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स का कमाल

कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स जीआरएसई ने एंड्रोथ को बनाया है। इसमें 80 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री का इस्तेमाल हुआ है। यह तटीय जल में दुश्मनों की पनडुब्बियों के खतरे को नष्ट करने में मदद करेगा। इन जहाजों में भारतीय शिपयार्ड और उद्योगों द्वारा प्रदान की गई स्वदेशी सामग्री, डिजाइन विशेषज्ञता और घरेलू नवाचार का उच्च प्रतिशत शामिल है। बता दें कि केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप में मौजूद एंड्रोथ द्वीप के नाम पर इसका नाम रखा गया है। यह जहाज उस द्वीप से प्रेरणा लेती है जो ऐतिहासिक रूप से भारत के पश्चिमी समुद्री तट के संरक्षक के रूप में खड़ा है। एंड्रोथ द्वीप ने एक प्रहरी के रूप में हमारे जलक्षेत्र की निगरानी की है, जो महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों की निगरानी करता है जो देश की ऊर्जा जीवनरेखाओं और वाणिज्यिक व्यापार को मध्य पूर्व और अफ्रीका से भारतीय तट तक ले जाते हैं। ये भारत के ऊर्जा आयात और व्यापार प्रवाह के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा तस्करी, समुद्री डकैती और घुसपैठ के प्रयासों जैसी चुनौतियों के खतरे को काम करेगा। 
1500 टन वजन उठाने वाला एंड्रोथ 


एंड्रोथ लगभग 1500 टन वजन उठाने वाला 77 मीटर लंबा युद्धपोत है। यह अत्याधुनिक सेंसर, हथियार और प्रणोदन प्रणाली से लैस है। यह विशेष रूप से तटीय युद्धक्षेत्र में पानी के नीचे के खतरों का पता लगाने और उन्हें बेअसर करने के लिए डिजाइन किया गया है। विशेष रूप से इसे उथले और तटीय जल में संचालित करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह सोनार, टॉरपीडो, माइन और नजदीकी एएसडब्ल्यू हथियारों से लैस हे। इससे यह दुश्मन की पनडुब्बियों का पता लगाने और उन्हें खत्म करने की क्षमता रखता है।