अब बच नहीं पाएंगे दुश्मन के कीमती ड्रोन और फाइटर जेट 

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। अब दुश्मन के कीमती ड्रोन और फाइटर जेट बच नहीं पाएंगे। भारत ने यूके की कंपनी थेल्स से लाइट वेट मॉड्युलर मिसाइल सिस्टम खरीदने का फैसला किया है। यह आसमान में ही ड्रोन, यूएवी और लड़ाकू विमानों को ध्वस्त कर देगा।
रक्षा क्षेत्र को मिलेगी मजबूती 

रक्षा क्षेत्र को मजबूती देने की दिशा में भारतीय सेना ने बड़ा कदम उठाते हुए एक और बड़ा रक्षा सौदा किया है। सेना की एयर डिफेंस कोर ने ब्रिटेन की कंपनी थेल्स के साथ लाइट वेट माॅड्यूल मिसाइल  सिस्टम यानी एलएमएम की खरीद का करार किया है। यह सौदा ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया है। इससे सेना को उच्च मूल्य वाले ड्रोन, यूएवी और हवाई खतरों को तुरंत मार गिराने की क्षमता मिल जाएगी। बता दें कि एलएमएम एक अत्याधुनिक, हल्का और मैन-पोर्टेबल मिसाइल सिस्टम है। इसे ऊंचाई वाले इलाकों में भी आसानी से तैनात किया जा सकता है। यह मिसाइल लेजर बीम राइडिंग तकनीक पर काम करती है। इसका मतलब है कि यह लक्ष्य पर लॉक होकर सटीक प्रहार करती है। यह आधुनिक हवाई प्लेटफॉर्म के चालाकी भरे हमलों को भी निष्प्रभावी कर देती है। यह मिसाइल सिस्टम सभी प्रकार के हवाई लक्ष्यों यानी फाइटर एयरक्राफ्ट, हेलीकॉप्टर, यूूएवी को आसानी से ट्रैक कर उसे निशाना बना सकती है। खास बात यह है कि यह कम इंफ्रारेड सिग्नेचर वाले टारगेट्स को भी 6 किलोमीटर से ज्यादा दूरी से हर मौसम में सटीकता से भेद सकती है।
एडवांस साइटिंग सिस्टम से मदद

एलएमएम सिस्टम में लगा एडवांस साइटिंग सिस्टम, प्रॉक्सिमिटी फ्यूज, और हाई-एक्सप्लोसिव वॉरहेड इस मिसाइल को बेहद घातक बनाते हैं। भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसकी  सिंगल शाॅट कीलिंग क्षमता बेहद दमदार है। इसको एक बार दागने के बाद लक्ष्य को ध्वस्त करने की संभावना लगभग निश्चित होती है।  बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की ओर से बार-बार ड्रोन और यूएवी के जरिए हमलों की कोशिश की गई थी। इस वजह से सेना को ऐसी मिसाइल की जरूरत महसूस हुई थी जो तेजी से हमला कर हवाई खतरों को सटीकता से नष्ट कर सके। एलएमएम सिस्टम के आने से अब भारत के पास ऐसा कॉम्पैक्ट और लाइटवेट समाधान मिल गया है जिसको केवल एक सैनिक चला सकता है।  इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह किसी भी जगह से हमला कर सकता है। चाहे रेगिस्तान हो या ऊंचे पहाड़ अथवा मैदान इलाका मिसाइल सिस्टम हर जगह और हर माैसम में काम करता है। इसके अलावा इस मिसाइल सिस्टम के जरिए वाॅरशिप से भी हमला किया जा सकता है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि एलएमएम सिस्टम आने वाले सालों में भारतीय सेना की स्मार्ट एयर डिफेंस नेटवर्क रणनीति का मुख्य हिस्सा बन जाएगा। बता दें कि भारत अब ऐसा सेना तैयार कर रहा है जिममें अगली पीढ़ी का संयोजन शामिल हो। इसमें रडार, सेंसर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जा रहा है। यह सिस्टम भी सेना के आधुनिकीकरण में अपनी मुख्य भूमिका निभाएगा।