राजा रघुवंशी केस में बड़ा खुलासा, पत्नी सोनम और उसका प्रेमी निकला मास्टरमाइंड

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। इंदौर के राजा रघुवंशी और सोनम के केस में कई बड़े खुलासे हुए हैं। राजा की हत्या की मास्टरमाइंड उसकी पत्नी सोनम और उसका प्रेमी निकला। पुलिस ने सोनम के साथ में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने जो कहानी बताई है वह बेहद खौफनाक है। इसमें पता चलता है कि सोनम ने कितनी साजिश के साथ राजा की हत्या की योजना बनाई थी। 
11 मई को हुई थी राजा की शादी


बता दें कि राजा और सोनम की 11 मई को शादी हुई। दोनों के परिवार बहुत खुश थे। सोनम भी परिवार में घुल मिल गई और कभी अपनी साजिश का शक नहीं होने दिया। 16 मई को सुपर कॉरिडोर के कैफे में राजा की हत्या की साजिश रची गई। प्रेमी राज ने दोस्त विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को साथ में लिया। उसी रात छह घंटे तक फोन पर सोनम को हत्या की पूरी योजना समझाई गई। हत्या के पहले राज ने आरोपियों को 50 हजार, एक कीपैड, एक एंड्रॉइड मोबाइल और नई सिम दिलाई। ये सब चीजें आरोपियों ने सोनम को दे दी। इसी नंबर और फोन से सोनम शिलांग जाने के बाद तीनों के संपर्क में रही थी।  
पुलिस जांच में खुलासा


पुलिस जांच में सामने आया कि सोनम और राज के बीच पांच महीने से प्रेम प्रसंग चल रहा था। राज ने कबूल किया कि सोनम से अफेयर 4 से 5 माह का था। पिता के हार्ट पेशेंट होने से सोनम लव मैरिज नहीं कर पा रही थी। पिता समाज में शादी करना चाहते थे इसलिए उसने राजा से शादी को हां कर ली थी। उसने पहले ही तय कर लिया था कि शादी के बाद राजा को मारकर राज के साथ रहने लगेगी। सोनम ने राज से कहा था कि जब मैं विधवा हो जाऊंगी, फिर तुम मुझसे शादी कर लेना। तब मेरे परिवार वाले भी हमारी शादी के लिए मान जाएंगे।
साथ नहीं गया था प्रेमी राज


प्रेमी राज को जब सोनम ने 22 मई को शिलांग के लिए निकलने की बात कही तो राज ने आरोपियों के टिकट कराए। ऐनवक्त पर खुद उसने जाने से मना कर दिया। राज इंदौर से ही तीनों को डायरेक्शन देता रहा। वह यहां पर राजा के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ ताकि किसी को कोई शक न हो।  आरोपियों ने बताया कि वे राज के कहने पर ही शिलांग आए। राजा को जिस डाव यानी छोटी कुल्हाड़ी से मारा, वह आॅनलाइन गुवाहाटी से खरीदा था। आरोपी उनके होम स्टे से एक किमी दूर ही ठहरे थे। सोनम आरोपियों को पल-पल की लोकेशन दे रही थी। यहां पर किराये की बाइक ली और राजा सोनम के पीछे घूमने लगे।

हत्या के दिन सोनम ने रखा व्रत


आरोपियों ने पुलिस को बताया कि 23 मई की दोपहर 1.30 बजे राजा की हत्या की गई। 23 मई को सोनम ने अपरा एकादशी व्रत किया था। यह बात उसने फोन पर अपनी सास को भी बताई थी। मान्यता है कि यह व्रत पापों से मुक्ति और मनोकामना पूर्ण करने के लिए किया जाता है, लेकिन सोनम ने इसी दिन हत्या को अंजाम दिया। दोपहर में सोनम फोटोशूट के बहाने राजा को सुनसान जगह ले गई। आरोपियों ने पुलिस को यह भी बताया कि पहाड़ी पर चढ़ाई बहुत थी और पीछा करने में ही वे बहुत थक गए थे। उन्होंने सोनम से कहा कि वे राजा को मार नहीं पाएंगे। इसके बाद सोनम ने कहा कि तुम्हें 20 लाख रुपए दूंगी। इसके बाद आरोपियों ने राजा को मारने का प्लान बनाया। जब आरोपी राजा और सोनम के पास पहुंचे तब राजा को इस बात की बिल्कुल भी भनक नहीं थी। एक आरोपी आकाश राजपूत इस दौरान एक दूसरी किराए की बाइक से वहां निगरानी कर रहा था। आकाश बार-बार उस रूट पर ये देख रहा था कि वहां कोई आ तो नहीं रहा है। 
राजा के पास जाकर किया हमला


जब आरोपियों ने राजा के पास जाकर उस पर हमला किया तो उसने मुकाबला भी किया, लेकिन सीने व सिर पर गंभीर घाव से वह टूट गया। पुलिस ने बताया कि चार आरोपियों में से एक विशाल चौहान ने राजा के सिर पर पीछे से हमला किया था। उस दौरान सोनम ने आरोपियों से चीखकर कहा मार डालो इसे। आरोपियों ने बताया कि खाई में फेंकने तक वह जिंदा था। खाई में फेंकने के लिए आरोपी राजा को उठा नहीं पा रहे थे तो सोनम ने खुद राजा को धक्का दे दिया और उसे खाई में फेंक दिया। आरोपियों ने बताया कि इससे आधे घंटे पहले ही सोनम ने अपनी सास से बात की थी।  इसके बाद सभी आरोपी अपने-अपने घर के लिए ट्रेन से रवाना हो गए। सोनम अकेली वाराणसी गई। यहां बस स्टैंड पर दो लोग उसे छोड़ने गए। वाराणसी के बाद वह कहां-कहां गई इसकी जानकारी अभी पुलिस निकाल रही है। इस दौरान सोनम पूरे केस में नजर रखती रही। जब पुलिस ने राज कुशवाहा और सभी आरोपियों को पकड़ा तो वह टूट गई। वह बस से अकेली गाजीपुर पहुंची। यहां पर एक ढाबे वाले से फोन लेकर उसने घर पर बात की। इसके बाद पुलिस पहुंची और सोनम को पकड़ा गया।