राजा रघुवंशी हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा 

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के राजा रघुवंशी हत्याकांड में बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पत्नी सोनम का राज कुशवाह से शादी से पहले ही अफेयर चल रहा था। प्रेमी को पाने के लिए उसने राजा को मरवाने की बड़ी साजिश रची। उसने मध्य प्रदेश के तीन और यूपी के एक हत्यारे को भाड़े पर शिलांग बुलाया था। तीनों ने मिलकर इस बड़ी वारदात को अंजाम दिया।
सोनम बेवफा है कि खूब हो रही चर्चा


नोटबंदी के दौरान सोनम बेवफा है, यह स्लोगन खूब चर्चा में रहा। अब यह हकीकत में बदल चुका है। मध्य प्रदेश के इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। बता दें कि मध्य प्रदेश के इंदौर के राजा और सोनल की कहानी देशभर में चर्चा का विषय बन गई है। शादी के महज 12 दिन बाद पति की हत्या, फिर खुद गायब हो जाना, और अब यूपी के गाजीपुर में मिलना इसके बाद खुद सोनम के एक कॉल से पूरी साजिश का खुलासा हो गया। ये कोई फिल्मी स्क्रिप्ट नहीं, बल्कि इस सोनम द्वारा रची गई चौंकाने वाली कहानी है। 
11 मई को हुई थी सोनम की शादी 


मध्य प्रदेश के बाणगंगा थाना क्षेत्र की गोविंद कॉलोनी निवासी सोनम की शादी 11 मई को कैट रोड के राजा रघुवंशी से हुई थी। दोनों परिवार खुश थे। शादी के बाद जोड़े ने 20 मई को हनीमून के लिए शिलांग रवाना हुए। किसी को यह अंदाजा नहीं था कि राजा कभी लौटकर घर वापस नहीं आएगा। सोनम और राजा 22 मई को मेघालय के मवालखियाट गांव पहुंचे और वहां के शिपारा होम स्टे में रुके। सीसीटीवी फुटेज में उन्हें स्कूटी पर बैग ले जाते देखा गया। दोनों नोंग्रियाट इलाके में पर्यटक के तौर पर घूम रहे थे। 23 मई को सुबह 6 बजे दोनों होटल से चेकआउट कर गए। उसके बाद उनका परिवार से संपर्क टूट गया। राजा की मां ने दोपहर डेढ़ बजे सोनम से बात की थी, जिसमें उसने कहा - हम लोग जंगल और झरनों में घूमने निकले हैं। इसके आधे घंटे बाद सोनम का मोबाइल बंद हो गया।
पार्किंग में लावारिस हालत में मिली स्कूटी 


24 मई को मवालखियाट से 25 किलोमीटर दूर एक पार्किंग में स्कूटी लावारिस हालत में मिली। यह वही स्कूटी थी, जिसे राजा ने हनीमून के लिए किराए पर ली थी। इसके बाद पुलिस को मामला संदिग्ध लगा और सर्च आॅपरेशन शुरू किया। स्थानीय गाइड और ट्रैकिंग टीम की मदद से जंगलों की तलाश शुरू हुई। 28 मई को पास के जंगल में दो बैग बरामद हुए। इनमें से एक बैग सोनम के भाई ने और दूसरा राजा की मां ने पहचान लिया। 2 जून को विजाडोंग इलाके में एक गहरी खाई से राजा रघुवंशी का शव बरामद हुआ। शव की पहचान उसके हाथ पर बने टैटू से हुई। शव के पास एक महिला की सफेद शर्ट, पेंट्रा टैबलेट और एक टूटी हुई मोबाइल स्क्रीन मिली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह स्पष्ट हुआ कि राजा की मौत दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या थी। शव मिलने के बाद माना जा रहा था कि सोनम भी किसी हादसे का शिकार हुई होगी। इंदौर पुलिस, मेघालय पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की मदद से सोनम की लोकेशन ट्रैक करने की कोशिशें शुरू हुईं।
9 जून की सुबह आया सबसे बड़ा मोड़ 


पूरे मामले में सबसे बड़ा मोड़ 9 जून की सुबह आया। सोनम गाजीपुर जिले के नंदगंज इलाके में एक ढाबे पर पहुंची और वहां से उसने ढाबे मालिक का फोन लेकर अपने भाई को वीडियो कॉल किया। उसने बताया कि वह गाजीपुर में है और जिंदा है। इस कॉल के बाद परिवार ने इंदौर पुलिस को सूचना दी। इंदौर पुलिस ने गाजीपुर पुलिस को सूचित किया। इस बीच ढाबे वाले ने भी 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को बुला लिया। पुलिस मौके पर पहुंची और सोनम को वन स्टॉप सेंटर भेजा दिया। गाजीपुर पुलिस ने महिला डॉक्टरों की टीम से सोनम की प्रारंभिक जांच करवाई। रिपोर्ट के अनुसार, उसके शरीर पर किसी तरह की चोट या शारीरिक प्रताड़ना के निशान नहीं पाए गए। 
अब तक 4 लोगों को किया गया गिरफ्तार 


मेघालय पुलिस ने इस केस में अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। तीन आरोपी इंदौर से गिरफ्तार किए गए हैं। एक आरोपी उत्तर प्रदेश से है, जो फिलहाल फरार है। पुलिस की मानें तो इस मर्डर प्लान में सोनम की भूमिका प्रमुख है। शादी के पहले से ही सोनम का राज कुशवाह से अफेयर था इसलिए उसयने चारों के साथ मिलकर हत्याकांड की अंजाम दिया। इतना सब सामने आने के बाद मृतक राजा रघुवंशी की मां उमा ने एक और जानकारी दी। उन्होंने बताया है कि सोनम ने राजा को बिना बताए मेघालय की फ्लाइट खुद बुक की थी। वह राजा पर दबाव बनाकर उसे शिलांग ले गई थी। साथ ही उसने राजा से खासकर सोने की चेन पहनकर चलने को कहा था। साथ वही अपने गहने भी ले गई थी। उन्होंने कहा कि सोनम इतनी मीठी बातें करती थी कि कभी शक नहीं हुआ। अगर वह दोषी साबित होती है तो उसे मौत की सजा दो।