जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। देहरादून की बीबीएस मटेरियल ने बेहद खास गन बनाई है। यह एआई आधारित है। इसकी खासियत यह है कि यह दुश्मन को खुद पहचान कर गोली मारेगी। 14000 फीट पर इस इनेबल्ड नेगेव एलएमजी का परीक्षण किया गया। भारतीय सेना के साथ ट्रायल से मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत की पहल को मजबूती मिलेगी वहीं सीमा पर सुरक्षा बढ़ेगी।
युद्ध के बदलते तरीकों से भारत ने ली सीख
रूस-यूक्रेन के अलावा इजराइल-ईरान के बीच हो रहे घमासान में ड्रोन माउंटेड हथियारों के इस्तेमाल ने परंपरागत युद्ध की तस्वीर ही बदल दी है। वैश्विक परिदृश्य में युद्ध के बदलते तरीकों से सीख लेते हुए भारतीय रक्षा कंपनी एडब्ल्यूईआइएल ने भी एआई आधारित ड्रोन कारबाइन सिस्टम बनाने के लिए अनुसंधान शुरू कर दिया है। इसी क्रम में बीबीएस मटेरियल की एआई आधारित इनेबल्ड नेगेव एलएमजी का सफल परीक्षण किया। यह बेहद खास है। यह तकनीक भविष्य के युद्धों में, खासकर सीमा क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण होगी। जहां मानव सैनिकों को तैनात करना जोखिम भरा होता है, वहां यह हथियार काम आएगा। यह परीक्षण भारतीय सेना के साथ मिलकर किया गया। यह परीक्षण भारत की रक्षा प्रौद्योगिकी में एक नया अध्याय जोड़ेगा। एआई इनेबल्ड हथियारों से हमारी सेना को ज्यादा मजबूती मिलेगी। सीमा पर सुरक्षा बढ़ेगी। बता दें कि इस तरह के परीक्षण मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल को मजबूत करने के लिए किए जा रहे हैं।
खतरनाक मशीन गनों में से एक
बता दें कि यह दुनिया की खतरनाक मशीन गन में से एक है। इसका वजन 7.65 किलोग्राम है। इसमें 5.56 गुणे 45 एमएम नाटो मैगजीन लगती है। यह गैस आपरेटेड रोटेटिंग बोल्ट तकनीक पर काम करती है। यह एक बार में 850 से 1050 राउंड प्रति मिनट की दर से फायर करती है। 915 मीटर प्रति सेकेंड की गति से इस गन से निकली गोलियां दुश्मन की धज्जियां उड़ा सकती है। इस मशीन गन की फायरिंग रेंज 300 से 1000 मीटर है। वहीं अधिकतम 1200 मीटर तक फायर कर सकती है। इसमें 150 से 200 राउंड की बेल्ट या 35 राउंड की मैगजीन लगाई जा सकती है। इसका 14,000 फीट की ऊंचाई पर कठिन सीमाई इलाकों में परीक्षण किया गया। इसका उद्देश्य हथियार की कार्यक्षमता और सटीकता का आकलन करना था। इस हथियार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई लगा है, जो दुश्मनों को पहचान सकता है। इसके बाद खुद से फायर कर सकता है।
इजरायल भी बना रहा अनोखी गन
बता दें कि भारत का सबसे करीबी रक्षा सहयोगी देश इजरायल भी अनोखी गन बना रहा है। यह भी एआई आधारित होगी। इरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद सैटेलाइट से कंट्रोल करने वाली मशीन गन का उपयोग करेगी। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि सैटैलाइट से मशीन गन को कंट्रोल का करना काफी खतरनाक है। इस तकनीक से सैनिकों की जरूरत नहीं पड़ेगी और ये दूसरे देशों को तबाह कर सकता है। ईरानी मीडिया ने दावा किया कि इजरायल ने सैटेलाइट से मशीन गन को कंट्रोल करने की तकनीक हासिल कर ली है। इसके आने से कोई भी देश कहीं पर भी किसी की हत्या करवा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार इस तरह के हथियारों पर परमाणु बम की तरह रोक लगनी चाहिए। इतना ही नहीं आतंकियों के हाथ में ऐसे हथियार आने से खतरा बढ़ सकता है।
रोबोट डॉग को एआई से लैस करेगा अमेरिका
अमेरिकी सेना भी जल्द ही अपने रोबोट डॉग को एआई से लैस करने का प्लान बना रही है। अगर सबकुछ प्लान के हिसाब से चला तो यह कुत्ते आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस होंगे। जिनके पीछे एआर-15 एस, एससीएआर या एलएमजी जैसी बंदूकें होंगी। जिनसे डॉग अपने हिसाब से फायरिंग कर पाएगा। मिलिट्री डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि आर्मी भविष्य के युद्ध की संभावना के हिसाब से रोबोट डॉग को राइफल से लैस करने पर विचार कर रही है।