आईएनएस त्रिपुट जल्द नौसेना में होगा शामिल, दुश्मनों की आएगी सामत

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। भारतीय सैन्य मोर्चे पर बड़ी खबर आई है। एक और नया जंगी जहाज लांच किया गया है। इस जहाज का नाम आईएनएस त्रिपुट है। यह जंगी जहाज भारतीय नौसेना की ताकत को कई गुना बढ़ाएगा।  गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने भारतीय नौसेना के लिए नया जंगी जहाज आईएनएस त्रिपुट लांच कर दिया है। यह तलवार क्लास फ्रिगेट का 9वां युद्दपोत है। इसे बनाने का काम 29 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था। अक्तूबर 2026 में इसे भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा। तब तक इसके कई तरह के ट्रायल्स चलेंगे। वहीं गोवा शिपयार्ड इसी क्लास का एक और जंगी जहाज बना रहा है। फिलहाल इसका नाम अभी तय नहीं है। ये जहाज 2027 में नौसेना में शामिल होगा। ऐसे में यहां यह जानना दिलचस्प होगा कि आईएनएस त्रिपुट नौसेना के लिए खास क्यों है। इसकी क्या ताकत है। इस जंगी जहाज की खूबिया ऐसी हैं कि दुश्मन देशों के के होश उड़ जाएंगे। इस जंगी जहाज के बारे में गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी है। जंगी जहाज की जबरदस्त खूबियां इसे ताकतवर बनाती हैं। यह एक स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट है यानी यह स्टील्थ टेक्नोलॉजी से लैस है। इसमें लगीं मिसाइलें दुश्मन की धज्जियां उड़ाने में सक्षम हैं। इस जंगी जहाजों का समंदर में डिस्प्लेसमेंट 3850 टन है। इसकी लंबाई 409.5 फीट है। वही इस्की बीम 9.10 फीट और ड्रॉट 13.9 फीट है। यह जंगी जहाज समंदर में अधिकतम 59 किलोमीटर की रफ्तार से चलता है। यह तलवार क्लास का जहाज है।  अगर इनकी गति का आकलन महज 26 किलोमीटर प्रति घटें के हिसाब से किया जाए तो यह 4850 किलोमीटर की रेंज कवर करता है। यह 18 अधिकारियों समेत 180 सैनिकों को लेकर 30 दिन तक समंदर में रह सकता है। उसके बाद इसमें रसद और ईंधन डलवाना पड़ता है। यह जंगी जहाज इलेक्ट्रानिक वारफेयर सिस्टम से लैस हैं। साथ ही इसमें 4 केटी-216 डिकाय लान्चर्स लगे हैं। इसमें मीडियम रेंज की मिसाइलें तैनात हैं। इसमें 8 इगला-1ई, 8 वर्टिकल लान्च एंटी-शिप मिसाइल क्लब, 8 वर्टिकल लान्च एंटी-शिप और लैंड अटैक ब्रह्मोस मिसाइल भी तैनात है। इसमें एक 100 एमएम की ए-190ई नेवल गन लगी है। इसके अलावा एक 76 एमएम की ओटो मेलारा नेवल गन लगी है। 2 एके-630 सीआईडब्ल्यूएस और 2 काश्तान सीआईडब्ल्यूएस गन लगी हैं। इन खतरनाक बंदूकों के अलावा दो 533 मिलिमीटर की टारपीडो ट्यूब्स हैं। एक राकेट लान्चर भी तैनात की गई है। इस जंगी जहाज पर एक कामोव-28 या एक कामोव-31 या ध्रुव हेलिकाप्टर को तैनात किया जा सकता है।