जापान में नहीं आएगी सुनामी, लहरों से भी ऊंची बना दी दीवार

जनप्रवाद ब्यूरो, नई दिल्ली। सुनामी से बचने के लिए जापान का मास्टरप्लान तैयार हो चुका है। भयानक तबाही से बचने के लिए जापान ने लहरों से भी ऊंची दीवार खड़ी कर दी है। इससे न केवल समुद्र तट का नजारा मनोरम हो चुका है बल्कि देश के नागरिकों को सुरक्षा भी मिलेगी।
सात आश्चर्यों में शामिल चीन की दीवार 

विश्व के सात आश्चर्यों में शामिल चीन की दीवार को भूल जाइए। अब जापान ने भी वर्षों की मेहनत के बाद 400 किलोमीटर लंबी दीवार तैयार कर ली है। जापान की इस दीवार के पीछे एक दिलचस्प और चौंकाने वाली वजह भी है जो आपको हैरान कर देगी। बताया जाता है कि साल 2011 में जापान के तटों पर आई भयानक सुनामी ने करीब 20,000 लोगों की जान ले ली थी। तब समुद्र ने जो कहर ढाया, उसने पूरे देश को झकझोर करके रख दिया। इस विनाश के बाद सरकार ने फैसला किया कि ऐसी भयंकर घटनाओं से बचने के लिए मजबूत सुरक्षा इंतजाम होने चाहिए। ऐसे में जापान ने लहरों को रोकने के लिए उससे भी ऊंची दीवार खड़ी कर दी। जापान की नई सी वॉल सुनामी की छोटी लहरों को रोकने के लिए बनाई गई है, परन्तु बड़ी सुनामी के लिए यह स्थायी समाधान नहीं हो सकता। जापान ने बड़े खतरे के लिए हॉटस्पॉट स्थानों पर सुनामी कंट्रोल पार्क भी बनाया है। इसमें पेड़ और ब्रेक वाटर भी लगाया है। इससे सुनामी का प्रेशर कम किया जा सकेगा।
12 बिलियन की राशि रिजर्व 

इस दीवार के बारे में बताया जा रहा है कि सरकार ने इस दीवार की मरम्मत के लिए करीब 12 बिलियन की राशि रिजर्व रखी है। यह इसकी निर्माण लागत से अलग धनराशि है। 400 किलोमीटर लंबी ये समुद्री दीवार पूर्वोत्तर जापान की तट रेखा पर बनाई गई है। इस क्षेत्र से कई बार सुनामी की लहरें आ चुकी हैं। इस दीवार को बनाने के पीछे का सबसे बड़ा कारण यह है कि जब आपदा आएगी तो लोगों को अपने बचाव का समय मिल सकेगा। कुछ हिस्सों में ये दीवारें 14.7 मीटर ऊंची हैं। इस दीवार की नींव कई जगह 25 मीटर गहरी है। ऐसा इसलिए किया गया है जिससे दीवार मजबूत हो और ऊंचे तूफानों व लहरों का सामना कर सके।

तटीय इलाकों का बदल दिया स्वरूप 

इन दीवारों ने तटीय इलाकों का स्वरूप बदल दिया है। कभी समुद्र का नजारा खुला रहता था, अब दीवारें इतनी ऊंची हैं कि समुद्र अक्सर दीवार के पीछे छिपा रहता है। जब समुद्र की लहरें इन दीवारों से टकराती हैं तो एक मनोरम दृश्य दिखाई पड़ता है। बता दें कि जापान दुनिया के उस हिस्से में है जिसे रिंग आफ फायर कहते हैं। यह क्षेत्र भूकंप और ज्वालामुखी के लिए जाना जाता है। कई बार सुनामी भी इसी वजह से आती हैं। जापान की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि यहां भूकंप और सुनामी का खतरा हमेशा बना रहता है। यही कारण है कि जापान लगातार ऐसे डिजास्टर से खुद को बचाने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग करता रहता है। जापान की सी वॉल सुनामी से बचाव का शानदार उदाहरण है। ये इंजीनियरिंग का एक अद्भुत नमूना भी है।